कलेक्टर ने डॉ खान की जगह जिला अस्पताल के अस्थि रोग विशेषज्ञ डॉ पीसी आनंद को यह जिम्मेदारी सौंप दी है। हालांकि यह तैनाती अस्थाई तौर पर की गई है। बताया जा रहा है कि डॉ खान की कार्यप्रणाली को लेकर चिकित्सकों में पहले ही रोष था। ऊपर से कांग्रेस के आंदोलन ने आग में घी का काम कर दिया।
उधर कोरोना के बढ़ते संक्रमण से बचने के लिए गाडरवारा व्यापारी संघ ने 7 दिवसीय स्वैच्छिक लॉकडाउन घोषित कर दिया। इसके चलते सोमवार सुबह से ही समूचे बाजार में सन्नाटा पसरा रहा। किसी भी व्यापारी ने अपनी दुकान नहीं खोलीं। झंडा चौक स्थित शहर के मुख्य बाजार में आम आदमी की चहलकदमी भी बेहद कम रही।
ये भी पढें- कोरोना संक्रमण के मामले में नरसिंहपुर की जबरदस्त छलांग पहुंचा इस स्थान पर वहीं जिलेभर में सराफा व्यापार पूरी तरह से ठप है। सराफा व्यापारी भी 7 से 10 दिन तक दुकानें बंद करने का एलान कर चुके हैं। सिर्फ नरसिंहपुर जिला मुख्यालय की बात करें तो यहां की छोटी- बड़ी 180 सराफा दुकानों में तालाबंदी है। नगर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष राजू गुप्ता के अनुसार रोजाना व्यापारियों को करीब 1 करोड़ के टर्नओवर का नुकसान झेलना पड़ रहा है, लेकिन जनस्वास्थ्य और संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए व्यापारी सब कुछ सहने तैयार हैं।