जिला मुख्यालय पर ही कई ऐसे स्कूल हैं जो 50 साल से भी ज्यादा पुराने हैं और कान्वेंट स्कूलों की आंधी के बीच कभी बेहतर शिक्षा के लिए जाने जाते थे । उनमें से एक है ब्रांच प्राथमिक शाला कंदेली। इस स्कूल से पढक़र कई लोग डॉक्टर, इंजीनियर, बड़े अफसर बने और कई दूसरे क्षेत्रों में अपनी योग्यता का परचम फहरा रहे हैं पर यह स्कूल अपनी दुर्दशा की वजह से रो रहा है। इसमें जरा सी बारिश में पानी टपकता है।
नगरपालिका के तलापार प्राथमिक स्कूल का भवन काफी पुराना है। पुराने भवन की खपरैल जर्जर होने से इसमें बारिश के दिनों में कक्षाएं नहीं लगाई जा सकतीं। गरीब वर्ग के बच्चे इन्हीं हालातों में यहां पढ़ाई करते हैं। कक्षा के अंदर ही बच्चों को बारिश का आनंद लेते देखा जा सकता है।
बालिकाओं को शिक्षित करने वाला यह शहर का पुराना स्कूल है, पुराना खपरैल भवन है जिसमें तेज बारिश में कई जगहों से पानी टपकता है।तेज बारिश में बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ता है।
इसका पुराना भवन जर्जर हालत में है खपरैल कभी भी गिर सकती है। बारिश में इसके गिरने का डर बना रहता है। यहां बारिश भर शिक्षक और छात्र डर के माहौल में पढ़ाई करते हैं। पुलिस लाइन स्थित संजय स्कूल के खपरैल भवन में भी बारिश में बच्चे समस्याओं का सामना करते हंै।
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वर्जन
स्कल नगर पालिका के अधीन हैं पर इनकी मरम्मत आदि के लिए शिक्षा विभाग से कोई डिमांड हमारे पास नहीं आई है। यदि आती तो शिक्षा उपकर राशि से स्कूलों की मरम्मत कराई जाती।
केएस ठाकुर, सीएमओ नगर पालिका