इस यात्रा में शामिल गाडरवारा विधायक सुनीता पटैल ने कहा कि आज संपूर्ण प्रदेश में अराजकता का माहौल बना हुआ है। प्रशासन के माध्यम से सही बोलने वालों की जुबान बंद कराई जा रही है। किसानों के अधिकारों को लेकर यदि इस लड़ाई का शंखनाद समर्थन विधायक संजय शर्मा ने किया है तो यह भोपाल तक इसी तरह ले जाने के लिए पूरे किसान तैयार बैठे हैं। उन्होंने बटेसरा ग्राम के मतदाताओं के प्रति आभार प्रकट किया।
पदयात्रा में भाग लेने पहुंचे मध्यप्रदेश विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने पीएम नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाए। कहा कि 80 दिनों से आंदोलनरत किसानों की मांग सिर्फ बिल वापस लेने की है। लेकिन सरकार मानने तैयार नहीं। सवाल किया ऐसा क्यों? उन्होंने कहा कि विपक्ष की भूमिका निभा रही कांग्रेस के किसानों के समर्थन से भाजपा को क्या तकलीफ है? प्रजापति ने बजट, महंगाई सहित कई मुद्दों पर विस्तार से अपनी बात रखी।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष मैथलीशरण तिवारी ने कहा कि हरित क्रांति और बैंकों का राष्ट्रीयकरण करने वाली राष्ट्रनेत्री स्व. इंदिरा गांधी के माध्यम से किसानों के हितों को लेकर विभिन्न काम किए गए थे। लेकिन आज कुछ जिम्मेदार लोग तानाशाहपूर्ण तरीके से देश को बेचने का काम कर रहे है।
इस मौके पर तेंदूखेड़ा क्षेत्र के विधायक संजय शर्मा ने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर शुरू की गई इस पदयात्रा का मूल उद्देश्य किसानों का समर्थन ओैर किसानों पर हो रहे अत्याचारों को दूर करना है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आज संपूर्ण देश में प्रधानमंत्री की मनमानी चल रही है। कभी नोटबंदी तो कभी जीएसटी के माध्यम से लोगों को छला जा रहा है। इस देश को अडानी और अंबानी के लिए गिरवी रख दिया गया है। आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि देना भाजपा को नागंवार गुजरता है। आंदोलन को दबाने की साजिश रची जाती है। आंदोलन से गुम हुए लगभग 200 किसानों का आज तक कोई पता नहीं चल पाया है। भारत की संसद में बैठे सांसदों के लिए अब किसानों की वेदना भी नहीं दिख रही है। सब के सब चुप और मौन होकर बैठ गए हैं। किसानों के समर्थन में जो भी कदम उठाना पडेगे उसके लिए तेंदूखेड़ा क्षेत्र की जनता और कांग्रेस के कार्यकर्ता तैयार है। हर परिस्थिति से जूझने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर उसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। जिस जनता के माध्यम से हम विधानसभा संसद में पहुंच पाते हैं और जिस अन्नदाता की बदोलत भूखे पेटों की भूख बुझ पाती है, आज उसी के साथ यदि कुछ होता है तो प्रत्येक जनप्रतिनिधि का दायित्व यही बनता है कि उसके लिए सड़कों पर उतरने के लिए तैयार रहना चाहिए।
यात्रा के दौरान विभिन्न गांवों में नुक्कड़ सभाओं का आयोजिन किया गया। इसके माध्यम से वरिठ नेता रामेश्वर नीखरा, दीवान शैलेंद्र सिंह, संदीप पटैल, सुनील जैन, प्रदीप रघुवंशी, अजय गु’ता, रवि नामदेव, संतोष पटैल, सुरेंद्र ढिमोले, शोभा डाली सिंघई मोना कौरव सहित विभिन्न वक्ताओं ने भारतीय जनता पार्टी की कृषि बिल को लेकर किसानों के साथ किए जा रहे, अत्याचार, महंगाई व विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से प्रकाश डाला। शपथ के साथ आंदोलन में शहीद हुए किसानों को श्रद्धांजलि दी गई।
ये रहे मौजूद
इस पदयात्रा में कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप रघुवंशी, देवेंद्र पटैल, चंद्रशेखर साहू, महेंद्र तिजोड़ी वाले, लाखन सिंह पटैल, शिवकुमार बसेड़िया, सेठ ज्ञानचंद्र, जिनेश जैन, नरेंद्र राजपूत, उमाकांत दुबे, रामगोपाल गूजर, सुनील उदेनिया, संतोष पेठिया, पीतम पटैल, वीरेंद्र मोदी, अनीता शेखर जायसवाल, सौरभ शर्मा, सपना वर्मा, प्रीति मिश्रा, अर्चना जायसवाल, राजेंद्र रघुवंशी, कमलेश पुजारी, राजेश राय, अजय ओझा, उमाशंकर दुबे, राकेश मोहन दुबे, अरविंद जैन, कीरत पटैल, डॉ।देवेंद्र प्रताप, ओमप्रकाश पटैल, विपिन राजपूत, दीवान लेखराज सिंह, मनीष कौरव, जितेंद्र पटैल, शंकर पटैल, मिस्टर कीर, परेश यादव, विजय आजाद, महेश साहू, डपली भैया, छोटे राजा, बंटू गु’ता, पी।डी। मिश्रा, कमल जैन, गोविंद शर्मा, संतोष शर्मा, आनंद बसेड़िया, विपिन स्थापक, मनोज पाठक, अजय शर्मा राधेश शर्मा, अशोक ठाकुर, सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता अपने अपने साथियों के साथ उपस्थित थे।