4 से 7 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से रहा उत्पादन का एवरेज
नरसिंहपुर•Jun 24, 2019 / 06:22 pm•
ajay khare
Mandi me aayi moong ki fasal
गाडरवारा-सालीचौका। इस वर्ष मूंग की फसल पैदा करने वाले किसानों में काफी हर्ष है। क्योंकि गत वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मूंग की अच्छी पैदावार हुई है। क्षेत्र के किसानों का कहना है कि इस बार चार से लेकर 7 क्विंटल प्रति एकड़ का मूंग उत्पादन हुआ है। जिससे किसानों को बहुत फायदा हुआ है, वहीं गन्ना उत्पादक किसानों का भी कहना है कि उन्हे गन्ने से ज्यादा मूंग की फसल में फायदा हुआ है। इस साल के मौसम ने भी किसानों का भरपूर साथ दिया। बीच में इक्का दुक्का बारिश हुई, लेकिन इससे मूंग की फसल को किसी भी प्रकार का कोई नुकसान नहीं हुआ है। वहीं दो-चार दिन और मानसून नहीं आता तो क्षेत्र की सभी मूंग के किसान मूंग की फसल से फुर्सत हो जाएंगे। वैसे भी जिले के किसानों के लिए मूंग की फसल बड़ी महत्वपूर्ण होती है। क्योंकि मूंग की फसल को ही बेचकर किसान अपने बच्चों के स्कूली खर्च एवं आने वाली धान की खेती तैयारी करते हैं। यह फसल बेचकर ही धान के लिए बीज खाद बखरनी का खर्चा किसानों का निकलता है।
मंडी में हो रही बंपर आवक
स्थानीय गाडरवारा की जवाहर कृषि उपज मंडी के शेड मंूग से हरे दिखाई दे रहे हैं। रोजाना बड़ी मात्रा में किसान यहां मूंग बेचने ला रहे हैं। मूंग की क्वालिटी भी इस बार ठीक बताई जा रही है। मंडी में इस वर्ष मूंग के दाम भी अच्छे हैं, 5000 रुपए प्रति क्विंटल से लेकर 5310 रुपए के आसपास मूंग के रेट चल रहे हैं। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार किसानों ने मूंग की खेती पर विशेष ध्यान दिया और मूंग की खेती का रकबा भी बढ़ा। इसमें प्रकृति ने भी अन्नदाता किसान का साथ दिया, वहीं दलहन के तेज रेटों का प्रभाव मूंग के दामों पर भी पड़ा एवं उन्हे अपेक्षाकृत ठीक रेट मिल रहे हैं। हालांकि कुछ किसान रेट और भी अच्छे होने की बात कहते दिख रहे हैं।
एक्सपर्ट ब्यू :- (ऐसे होती मूंग की खेती)
क्षेत्र के प्रगतिशील कृषक रोहित ढिमोले ने पत्रिका से चर्चा के दौरान बताया कि किसान मूंग की खेती बेहद कम समय की लाभदायक खेती है। जिसमें मात्र 70 दिन में किसान के हाथ में पैसे आ जाते हैं। एक एकड़ मूंग की खेती में 10 से 12 किलो बीज,20 किलो डीएपी, सीडड्रिल, 3 स्प्रे, कटाई, थ्रेसिंंग, पंखा की आवश्यकता पड़ती है। मंडी ले जाने तक कुल 5500 से 6000 रुपए की लागत आती है। जबकि औसत उत्पादन पांच क्विंटल औसत का निकला है। बिक्री मूल्य 5500 के रेट से 27,500 होता है। इसमें से लागत हटाकर लगभग शुद्ध बचत 20 हजार से 21 के लगभग है। इस प्रकार मूंग उत्पादन कर बरसात मै किसी से कर्ज लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी, किसान इसे अपना कर आत्मनिर्भर बनें।