जानकारी के अनुसार यहां करीब 8 करोड़ की लागत से 300 मकानों का निर्माण किया था। पांच साल पूर्व निर्मित मकानों को करीब 3 वर्ष हितग्राहियों को पूरी तरह से आवंटित किया गया। मात्र तीन साल में दर्जनों मकान सीपेज और प्लास्टर गिरने से खंडहर दिखने लगे हैं। करोड़ों की योजना में हुए भ्रष्टाचार व जनप्रतिनिधियों की अनदेखी का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है। रहवासियों ने बताया कि पानी से बचने के लिए पूर्व में वे छत में सुधारकार्य करवा चुके हैं। लेकिन पानी नहीं ठहरा तो उसके ऊपर पॉलीथीन बिछाई है। यहां कई मकानों की छतों पर पॉलीथीन बिछी हुई देखी जा सकती है।
घर के बाहर मुसीबत से सामना
तीन वर्ष बाद भी नगरपालिका यहां के रहवासियों को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध नहीं करवा सका है। सैकड़ों परिवार सडक़ व नाली के लिए तरस रहे हैं। बारिश में घर से बाहर निकलना भी लोगों के लिए किसी मुसीबत से नहीं है। सबसे अधिक समस्या स्कूली बच्चों को होती है। रहवासियों ने बताया कि कई बार नपा अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से सडक़ और नाली निर्माण की मांग की गई है, लेकिन अबतक सुनवाई नहीं हुई।
इनका कहना है
मकानों का सुधारकार्य हितग्राहियों को ही करवाना होगा। सडक़ व नाली की सुविधा बजट न होने के कारण उपलब्ध नहीं करवाई जा सकी है। सडक़, नाली सहित अन्य सुविधाएं जल्द उपलब्ध करवाने की योजना है।
किशनसिंह ठाकुर, सीएमओ, नगरपालिका,नरसिंहपुर