यही नहीं नर्मदा की बाढ़ से तेंदूखेड़ा-गाडरवारा मार्ग व झिकोली मार्ग भी बंद हो गया है। बरमान में सीढ़ी घाट डूबने के बाद पानी ऊपर तक आ गया है। नर्मदा के साथ ही सहायक नदियों शेड, शक्कर, दुधी, सीतारेवा में भी उफान जारी है। इसके चलते आसपास के क्षेत्रों में जलभराव हो रहा है।
नरसिंहपुर-छिंदवाड़ा- नागपुर मार्ग पर ग्राम घुबघट के पास पुलिया के टूट जाने से घंटों से मार्ग अवरुद्ध है। सैकड़ों वाहन इसमें फंस गए हैं। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस बल तैनात किया गया है। बारिश का पानी राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक 44 पर भी सिंहपुर ब्रिज के पास जमा हो रहा है। बरगी द्वारा गेट खोले जाने के बाद से नर्मदा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और बारिश भी शुक्रवार की रात से लगातार जारी है जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है।
लगातार बारिश के बीच मुख्यालय से लगे ग्राम कठोतिया में शुक्रवार की रात शांति बाई ठाकुर 70 वर्ष, रामअवतार ठाकुर 70 वर्ष, कल्लू भाई ठाकुर 45 वर्ष, दुर्गेश ठाकुर 17 वर्ष (सभी नया नगर कठौतिया निवासी) बारिश के कारण अपने घर में एक तरह से कैद हो गए हैं। दरअसल इनके घर के पास से हो कर गुजरने वाले नाले में बारिश का पानी इस कदर भर गया कि नाला पलट गया और इलाका जलभराव की चपेट में आ गया। घटना की सूचना मिलने पर तत्काल कोतवाली पुलिस ने पुलिस अधीक्षक अजय सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश तिवारी, एसडीओपी नरसिंहपुर अर्जुन उइके से मार्गदर्शन लेकर मौके पर पहुंची।
कोतवाली थाना प्रभारी उमेश दुबे, सहायक उप निरीक्षक अनिल तिवारी, आरक्षक जितेंद्र ठाकुर, करण पटेल, प्रहलाद माधवे, जितेंद्र राणा, मेघराज तिवारी, संजय पांडे, चालक अमित जाट अजय ठाकुर की टीम एवं होमगार्ड एनडीआरएफ के पीसी वीरेंद्र सिंह, समीक्षा सिंह एवं टीम द्वारा चारो लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया एवं सुरक्षित स्थान पर भेजा गया। कार्रवाई में कठोतिया सरपंच सुनील पटेल का भी सहयोग रहा।