प्रबुद्ध नागरिकों वाली जिला शांति समिति ने इस मुद्दे पर बैठक भी की जिसमें लोगों से अपील के साथ ही प्रशासन को महत्वपूर्ण सलाह भी दी गई। समिति ने कहा है कि होली को लेकर कुछ एहतियाती कदम उठाने बेहद जरूरी हैं जिसके तहत बाजारों में रासायनिक रंगो की ब्रिकी न हो, पीली मिट्टी का उपयोग न हो। ढाबा, होटलों पर अवैध शराब की बिक्री प्रतिबंधित हो, हाइवे पर अवैध चंदा वसूली पर रोक लगे और मिलावटी खाद्य सामग्री की बिक्री पर रोक लगाई जाए।
समिति के सदस्यों ने सुझाव दिए हैं कि होलिका दहन, रात10 बजे तक हो जाए। इस दौरान भीड़ न हो, नए स्थानों पर होलिका दहन न हो, होलिका दहन में लकड़ी के बजाय कंडों के उपयोग को बढ़ावा दिया जाए। समिति ने जिलावासियों से कोरोना संक्रमण को देखते हुए होली एवं रंगपंचमी मेरी होली-मेरा परिवार के रूप में मनाने की अपील की। समिति के सदस्यों ने कहा कि रंग पंचमी पर कोई जुलूस न निकाला जाए। बाजारों में प्रतिष्ठान व्यवस्थित तरीके से लगाए जाएं। पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव बैठक में मिले सुझावों के संबंध में अधिकारियों को निर्देश जारी किए।
कलेक्टर कार्यालय के जनसुनवाई हॉल में हुई जिला स्तरीय शांति समिति की बैठक में कलेक्टर वेदप्रकाश ने कहा कि कोविड- 19 से निबटना वर्तमान में बड़ी चुनौती है। इसके लिए हमारी सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है। जनसहयोग के बिना इस चुनौती में सफल नहीं हुआ जा सकता, इसके लिए सभी की सहभागिता जरूरी है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों को कोविड 19 का टीका लग चुका है, वह भी मास्क का उपयोग अवश्य करें।
बैठक में अपर कलेक्टर मनोज ठाकुर, एएसपी सुनील कुमार शिवहरे, सीईओ जिला पंचायत केके भार्गव, एसडीएम आरएस बघेल समेत समाजसेवी मनोहरलाल साहू, डॉ. संजीव चांदोरकर, नारायण पटेल, मनमोहन सलूजा, विनय जैन आदि मौजूद थे।