बता दें कि, हत्या से पहले मृतिका हीराबाई कहार अपने घर पर अकेली थी शाम साढ़े बजे तक घर की दीवार का निर्माण कार्य चलता था। कार्य करने वाले मजदूर के जाने के कुछ देर बार हीराबाई की हत्या कर दी गई थी। इस अंधी हत्या के आरोपी की पतासाजी एवं गिरफ्तारी हेतु पुलिस अधीक्षक वपुल श्रीवास्तव द्वारा 10 हजार के नगद पुरुस्कार की घोषणा की गयी थी।
पढ़ें ये खास खबर- इस स्टेशन पर अब नहीं मिलेगी अंडा बिरयानी, रेलवे ने लगाई रोक, जानें वजह
इस टीम को मिली सफलता
इस अंधी हत्या के लिए पुलिस अधीक्षक विपुल श्रीवास्तव ने टीआई कमलेश चौरिया, पुलिस थाना ठेमी प्रभारी गौरव चाटे, एसआई अंजली अग्निहोत्री झोतेश्वर, दिलीपसिंह, विजय द्विवेदी, प्रधान आरक्षक महेन्द्र शुक्ला, चन्द्रप्रकाश पटले, विनय कोरी की टीम का गठन करके जांच करने की जिम्मेदारी सौंपी थी।
देखें, जहरीले सांप का रेस्क्यू Live