जिले में अभी तक जो ८ मरीज सामने आए हैं वे सभी बाहर से आए प्रवासी मजदूर हैं। सात गुजरात से आये हैं और एक महाराष्ट्र से आया है। ग्राम बिलथारी, ईश्वरपुर, नादिया आदि ग्रामों में गुजरात से आने वाले व्यक्तियों की संख्या 40 के आसपास है। प्रशासन का कहना है कि इन ४० व्यक्तियों के परिवार के सदस्य भी कोरोना संक्रमित हो सकते हैं। इसके अलावा बाहर से आये हुये कई अन्य व्यक्ति भी संक्रमित निकल सकते हैं। अत: संख्या बढऩा स्वाभाविक है, इसमें परिस्थिति के अलावा किसी का दोष नहीं है, चिंता इस बात की करने की है कि यह संक्रमण स्थानीय व्यक्तियों में न फैले। यदि कोरोना स्थानीय लोगों के बीच भी पैर पसारता है तो लोगों की जागरुकता और अनुशासन पर बड़ा प्रश्न चिन्ह लगेगा। बचने के उपाय बहुत आसान हैं। गौरतलब है कि जिले में प्रवासी श्रमिकों की वापसी के साथ ही यहां कोरोना संक्रमण ने दस्तक दी थी। २३ मई को पहले , 24 को दूसरे, 25 मई को एक साथ तीन लोगों की और फिर 26 मई को फिर तीन लोगों की रिपोर्ट पॉजीटिव आने के साथ ही अब यहां कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर8 हो गई है।