जिला मुख्यालय पर 1208 लाख की लागत से सीसी रोड का निर्माण कार्य चल रहा है। रोड निर्माण में गुणवत्ता को लेकर विभाग और ठेकेदार हमेशा ही सवालों के घेरे में रहे हैं। इससे पहले रोड के अर्थ वर्क में ठेकेदार ने निर्धारित गुणवत्ता की बजाय नालों के बोल्डर बेस वर्क में डाल दिए थे, जिसे पत्रिका की खबर के बाद ठेकेदार द्वारा हटाया गया था। इस बार जो मामला सामने आया है वह रोड के किनारे भरने वाले पानी को निकालने के लिए पुलिया बनाने से संबंधित है। जानकारी के अनुसार सीसी रोड के एस्टीमेट में गांधी चौराहा से लेकर रेस्ट हाउस तक एक दर्जन पुलियों का निर्माण शामिल था। ताकि बारिश के दिनों में पानी रोड किनारे न भरे और सुगमता से निकल सके। विभाग के अफसरों और ठेकेदार की मिलीभगत के चलते यह पुलियां गायब कर दी गईं। इसकी शिकायत जब जिले के प्रभारी मंत्री से की गई तो अब आनन फानन पुलियां बनाई जाने लगी हैं। गौरतलब है कि रोड का निर्माण आरपीपी इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा किया जा रहा है। जो निर्माण कार्य को लेकर सवालों के घेरे में रही है। जानकारी के अनुसार रोड निर्माण कार्य में गुणवत्ता को लेकर राजनीतिक रसूख की वजह से कोई कार्रवाई नहीं हो पाती। बताया गया है कि इसमें प्रदेश के एक सांसद की पार्टनरशिप है, जिसकी वजह से गुणवत्ता की अनदेखी कर मनमाने ढंग से काम किया जा रहा है।
काट दी पानी की लाइन
मनमाने तरीके से किए जा रहे निर्माण कार्य में अब पुलियों के लिए पाइप डालने में भी भारी लापरवाही बरती जा रही है। पुराने कोतवाली भवन और 108 एम्बुलेंस कार्यालय की पानी की लाइन काट डाली है जिससे वहां पानी की समस्या निर्मित हो गई है
इनका कहना है
मैं कई महीने से बाहर हूं। वहां क्या गड़बड़ी हो रही इसकी मुझे जानकारी नहीं है। इस बारे में जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह सकूंगा।
अजय सिंह, प्रोजेक्ट मैनेजर, आरपीपी इन्फ्रास्ट्रक्चर
पुलियां बनाई जानी थीं पर पानी की निकासी के लिए कोई जगह नहीं थी जिससे पहले पुलिया नहीं बनाई गईं। अब वहां पाइप डाले गए हैं। इससे पहले ठेकेदार ने गलती से बड़े बोल्डर अर्थवर्क के लिए डाले थे जिन्हें हटा दिया था।
सीमा सगर, एसडीओ, लोनिवि