जिले के टीकाकरण केंद्रों का हाल ये है कि लोग सुबह समय से पहले ही पहुंच कर कतारबद्ध हो जा रहे हैं। नतीजा ये कि पलक झपकते ही टीके की डोज खत्म हो जा रही है। जानकारी के मुताबिक शनिवार को 132 टीकाकरण केंद्रों के लिए 15 हजार डोज मिले थे और सभी डोज दोपहर तक ही खत्म हो गए।
कोरोना संक्रमण से बचने और उसे पूरी तरह से समाप्त करने के लिए जिले में जारी टीकाकरण महा अभियान के तहत अब तक सवा दो लाख से ज्यादा लोग टीका लगवा चुके हैं। अब इस महा अभियान में किसी को टीके को लेकर कोई भ्रांति नहीं रही, सभी जल्द से जल्द टीका लगवाने को आतुर नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि पहले जिन केंद्रों पर कर्मियों को टीका लगवाने वालों का इंतजार करना पड़ता था वहां अब लंबी-लंबी कतारें लग रही है। शनिवार को करकबेल से लगे ग्राम बौछार के टीकाकरण केंद्र पर 100 डोज लगना निर्धारित किया गया था। लेकिन यहां सुबह से ही लोगों की भीड़ रही।
ऐसे में जब सीएमएचओ डॉ. मुकेश जैन केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे तो पता चला कि 30 डोज लग चुके है और 70 शेष है जबकि केंद्र पर 100 से ज्यादा लोगों की कतार है। इससे प्रभावित सीएमएचओ ने यहां पुलिस की मदद से लाइन में लगी महिलाओं के लिए टोकन बंटवाए ताकि महिलाओं को टीका लगवाए बिना न लौटना पड़े। यही स्थिति जिले के अन्य केंद्रों की रही। नरसिंहपुर शहरी क्षेत्र में ही दो वार्डो में अधिक बार टीकाकरण केंद्र बनने से दोनों स्थानों पर जब डोज बचने की स्थिति बनी तो दोनों केंद्रों के डोज एमएलबी स्कूल के केंद्र पर बुलाए गए जहां टीका लगवाने के लिए लोगों की लाइन लगी थी।
बता दें कि शनिवार को जिले के 132 केंद्रों के लिए 15 हजार डोज आवंटित किए गए थे जिसमें से दोपहर एक बजे तक 8 हजार 654 और दो बजे तक 12 हजार 43 लोग टीका लगवा चुके थे।
“प्रयास है कि नरसिंहपुर शहर को शत-प्रतिशत टीकाकरण वाला नगर बनाया जाए। सभी वार्डो में केंद्र बनाकर टीकाकरण हो रहा है। उम्मीद है जल्दी ही प्रयास सफल होगा क्योंकि बहुत से वार्डो में अब केंद्र बन रहे है तो डोज बच रहे हैं। लोगों में जागरूकता बढ़ी है, बौछार में ही भीड़ के कारण टोकन बांटने पड़े।”-डॉ. मुकेश जैन, सीएमएचओ नरसिंहपुर