कलेक्टर ने 8 दलों को भेजकर गन्ना की सैंपलिंग कराई थी उसके बाद शुगर रिकवरी काफी ज्यादा पाई गई है महाकौशल शुगर मिल बचई का शुगर रिकवरी रेट 10.28०, करेली शुगर मिल में 11.7०5, शक्ति शुगर मिल कौडिय़ा गाडरवारा में 11.४२०, आकृति सुगर मिल में ११.००८, राजराजेश्वरी शुगर मिल में १०.९३३, रेवा शुगर मिल में 10.१३८ निकली है । इन सुगर मिलों की औसत सुगर रिकवरी १०.५५८ प्राप्त हुई है।
शुगर मिलों से गन्ना के रेंडम सैंपल उपस्थित किसानों के समक्ष लेकर समस्त पंचनामा बनाकर प्राप्त किए गए थे । दूसरी ओर मध्य प्रदेश शासन किसान कल्याण तथा कृषि विभाग भोपाल के आदेश पर जिले के सुगर कारखानों की शुगर रिकवरी की जांच के लिए अलग से एक समिति गठित की गई थी । समिति द्वारा जो सैंपल जांच के लिए भेजे गए उसमें सैंपल ए में रिकवरी रेट १२.३३५, सैंपल बी में १०.९४०, सी में ११.४०५, सैंपल डी में 10.७३०, एफ में ९.६४३, सैंपल एच में ११.९६०, सैंपल एनपीआर में ११.२२५ सुगर रिकवरी पाई गई। इन सभी सैंपलों से औसत रिकवरी ११.१३८ सामने आई है। इन सभी सैंपल की डिकोडिंग के बाद यह स्पष्ट हो जाएगा कि किस मिल क्षेत्र के गन्ना की सुगर रिकवरी कितनी है।
कलेक्टर कोर्ट ने अपने आदेश में लिखा है कि शुगर मिलों द्वारा प्रस्तुत विवरण एवं लेबोरेटरी टेस्ट रिपोर्ट के तुलनात्मक विवरण के आधार पर यह स्पष्ट है कि शुगर मिलें गन्ने का काफी कम रिकवरी रेट दर्शा कर गन्ना खरीद रही थीं जिसकी वजह से जिले के गन्ना किसानों तथा किसान संगठनों में भारी आक्रोश है और जिले में कानून व्यवस्था की स्थिति गंभीर होने की भी आशंका है । कलेक्टर कोर्ट ने सभी सुगर मिलों को नोटिस जारी किए हैं।