मालूम हो कि पुराने जमाने की शैली में बने मिढली शासकीय प्राथमिक शाला के लिए दो कमरों और एक दहलान का भवन उपलब्ध था। लेकिन रखरखाव के अभाव और जीर्णोद्धार होने के कारण इस स्कूल भवन के एक कमरे का छप्पर पिछले ढाई सालों से टूटा पड़ा है, जिसके कारण वर्तमान में यहां का स्कूल स्टाफ सभी क्लासों के बच्चों को एक कमरे में बेठाने के लिए मजबूर है। यहां के स्टाफ के मुताबिक स्कूल के सुधार के लिए विभागीय स्तर पर सभी औपचारिक कार्रवाई पूरी कर वरिष्ठ कार्यालय को भेजी जा चुकी है, लेकिन लंबे समय से इस मामले में कोई सकारात्मक परिणााम सामने नहीं आए हैं। स्टाफ ने बताया कि जिस कमरे का छप्पर का टूट गया है वह पूरी तरह से अनुपयोगी होकर रह गया है। जिससे आए बाकी समय तो जैसे तैसे कक्षाएं लग जाती हैं, लेकिन बारिश के दिनों में परेशानी का सामना करना पडता है। शिक्षकों का कहना है कि ऐसी स्थति में वि़द्यार्थियों की पढाई प्रभावित होती है।
अधिकारियों को दी सूचना
स्कूल में कमरो की कमी है छप्पर टूट जाने के कारण मजबूरी में सभी बच्चों को एक कमरे और दहलान में बैठाना पड़ता है, स्कूल के क्षतिग्रस्त कमरे के सुधार के संबंध मेंंंंं आवश्यक पत्राचार और जरूरी कार्रवाई करते हुए जानकारी विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों को भेज दी गई है अब जैसे निर्देश मिलेंगे कार्रवाई की जायेगी।
मोहम्मद अकबर कु रैशी, प्रधान पाठक