बच्चों ने झाड़ू लगाई, सूखा कचरा एकत्र कर उसे जलाया, निर्माण कार्य की वजह से मिट चुकी क्यारियों को फिर से बनाया, पौधों के चारों ओर पानी देने की संरचना तैयार की। परिसर में फैले निर्माण कार्य के अनुप्रयुक्त मटेरियल को एक जगह एकत्र किया। खरपतवार उखाड़ी और पूरे परिसर को साफ सुथरा कर यहां का नजारा बदल दिया। उनके इस अभियान में शिक्षकों ने भी बच्चों के साथ मिलकर काम किया। ———–
बच्चों की जुबानी वर्जन फोटो
हम अपने स्कूल को साफ सुथरा रखना चाहते हैं इसलिए हमने यह काम करना चाहा। हम नियमित रूप से परिसर की सफाई करेंगे। हमें इसमें आनंद आया।
रोहित जाटव,छात्र
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महात्मा गांधी ने स्वच्छता का संदेश दिया वे खुद अपना शौचालय साफ करते थे तो हम अपना स्कूल साफ क्यों नहीं कर सकते। सफाई एक बड़ा कार्य है।
अजय मेहरा,छात्र
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हम अपने स्कूल को साफ सुथरा रखना चाहते हैं, यह शिक्षा का मंदिर है, हमें हमेशा मंदिरों को पवित्र रखने की सीख दी गई है इसलिए हम अपना स्कूल स्वच्छ रखेंगे।
एकम कुशवाहा,छात्र
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हम अपने घर को पवित्र और साफ सुथरा रखने के लिए झाड़ू लगाते हैं । घर के बाद स्कूल हमारे लिए सभी से महत्वपूर्ण स्थल है इसलिए इसे साफ रखने का निर्णय लिया।
आरती ठाकुर,छात्रा
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जीवन में स्कूल से बढ़ कर कुछ नहीं यहां हमें आगे बढऩे की शिक्षा मिलती है। हमारा फर्ज है कि हम इसे साफ सुथरा रखें। इसीलिए हम सभी ने यह बीड़ा उठाया। अंजली मेहरा,छात्रा
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शासकीय बीटीआई स्कूल के बच्चों ने स्व प्रेरणा से स्कूल परिसर को साफ सुथरा बनाने के लिए काम किया। उनका यह कार्य स्वागत योग्य है,देश के स्वच्छता अभियान में इनका यह योगदान बड़ा माना जाएगा। इन बच्चों से सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर