संभाग राजस्व आयुक्त राजेश बहुगुणा नरसिंहपुर जिले के दौरे पर आए थे । इस दौरान उन्होंने कई शासकीय विभागों का निरीक्षण किया था। वे उप स्वास्थ्य केंद्र मुंगवानी पहुंचे जहां उन्होंने केंद्र की व्यवस्थाएं देखने के साथ ही वहां की प्रगति की जानकारी ली तो पता चला कि वहां पदस्थ एएनएम चंपा धुर्वे ने जिले में सबसेे ज्यादा संस्थागत प्रसव का एक रिकार्ड कायम किया है। चंपा ने इसे शासकीय लक्ष्य पूरा करने की औपचारिकता करने की बजाय महिलाओं के सुरक्षित प्रसव और उनके सुरक्षित जीवन की भावना से जोड़ कर पूरी तरह समर्पित होकर अपना कार्य किया। परिणामस्वरूप इस केंद्र में लक्ष्य से दस गुना ज्यादा औसतन ३० प्रसव प्रतिमाह कराए जाते हैं। आयुक्त राजेश बहुगुणा एएनएम चंपा धुर्वे के केंद्र के प्रति समर्पण और सेवाभावी कार्य से इतना ज्यादा प्रभावित हुए कि उन्होंने उसके कार्य की प्रशंसा करते हुए उसके साथ अपनी फोटो फेसबुक पर शेयर की और अपनी पोस्ट में लिखा कि चंपा पूरी तरह से प्रोफेशनल हैं और अपने कार्यों से पूरे क्षेत्र में सबसे भरोसेमंद हैं। धुर्वे के उप स्वास्थ्य केंद्र मुंगवानी में यदि माह में 3 डिलीवरी हों तो केंद्र की न्यूनतम ज़रूरत या लक्ष्य पूरी हो जाती है पर आप अपने केंद्र में औसतन प्रति माह 30 डिलीवरी करती हैं जबकि अनेक केंद्र इस जिले के अक्रियाशील हैं । एक माह तो यह आंकड़ा 42 तक पहुंच गया था। हमें इन जैसी एएनएम की हर केंद्र में ज़रूरत है। इन्हें, इनके कार्य और इनके भवन व परिसर को देखिए और फिर इनके प्रोफेशनलिज़्म को सराहिये। आज चम्पा धुर्वे के साथ फोटो में आकर मुझे अच्छा लग रहा है कि वे मेरे सम्भाग में कार्यरत हैं। शुक्रिया चम्पा धुर्वे जी।
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आयुक्त ने ऐसा क्यों लिखा
संभाग आयुक्त ने अपनी पोस्ट में लिखा है कि तीन दिन पहले एक कार्यक्रम में मैं प्रोफेशनल होने की पूर्वशर्तों के बारे में बात रहा था कि वे 3 होती हैं। पहली यह कि उसे अपना काम करने के लिए किसी सुपरवाइजर की ज़रूरत नहीं होती। दूसरी यह कि वह अपने काम में आने वाली समस्याओं या बाधाओं की स्वयं पहचान करता है और उनका हल भी खुद निकाल कर अपने कार्य में निरंतर सुधार करता है और तीसरी यह कि वह अपने कार्य या व्यवसाय से जुड़े नैतिक मूल्यों का पालन करता है। इन तीनों शर्तों के लिए किसी उच्च शिक्षा की आवश्यकता नहीं है कोई भी प्रोफेशनल हो सकता है और मात्र 3 दिन बाद ही इन 3 शर्तों को पूरा करने वाली एक शासकीय सेवक मुझे नरसिंहपुर जिले में मिल गईं।
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