सबसे संवेदनशील माने जाने वाले एसएनसीयू वार्ड में माताओं और मासूमों को गर्मी से बचाने के लिए इमरजेंसी लाइट के तौर पर अलग से एक जनरेटर की व्यवस्था की गई है पर यह भी फेल साबित हो रही है। शनिवार को दिन में ३.४० से ४.२० बजे तक बिजली गुल रहने पर यहां जनरेटर से बिजली चालू नहीं की गई। यहां मौजूद स्टाफ ने बताया कि चेंज ओवर स्विच में कुछ गड़बड़ी है जिसकी वजह से जनरेटर सेट चालू करते ही फाल्ट आ जाता है। इसलिए बिजली गुल होने पर कुछ देर बिजली कंपनी से बिजली सप्लाई चालू होने के लिए इंतजार करते हैं जब नहीं आती तब जनरेटर चालू करते हैं।
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माइनर ओटी में अंधेरे में चला इलाज
करेली निवासी जशोदा यादव आंधी की वजह से बाइक से गिरकर घायल हो गईं थीं उन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया। वे जब माइनर ओटी में पहुंची तो वहां बिजली गुल होने की वजह से अंधेरा था। अस्पताल स्टाफ ने खिडक़ी से आ रही रोशनी के सहारे उनकी मरहम पट्टी की इस दौरान मरीज पंखे न चलने से बेहाल रहा गर्मी में उसे और कष्ट सहना पड़ा।
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मेल वार्ड में परेशान होते रहे मरीज
काफी देर तक बिजली न आने से मेल वार्ड में भर्ती मरीज दुर्दशा का शिकार हुए, गैंगरीन का उपचार करा रहे करेली के शमीम ने बताया कि कूलर में पानी नहीं रहता और वह चलता भी नहीं है। पंखों के सहारे मरीज यहां भर्ती रहते हैं जब बिजली चली जाती है तो उमस और गर्मी से मरीज बेहाल होते रहते हैं काफी देर तक न तो जनरेटर चालू होता है और न ही दूसरे उपाय किए जाते हैं।
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महिला मेडीसिन और प्रसव पूर्व वार्ड में परेशान हुए मरीज
महिला मेडीसिन वार्ड में महिला मरीज गर्मी के कारण परेशान होते रहे मरीज सुंदरबाई ने बताया कि काफी देर से पसीने में तरबतर हो रहे हैं। कोई सुनने वाला नहीं, यहां भर्ती अन्य मरीजों ने बताया कि कई दिन से यही हाल हैं बिजली चली जाती है तो काफी देर तक जनरेटर चालू नहीं किया जाता। जिसकी वजह से मरीज परेशान होते रहते हैं।
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मोबाइल की रोशनी में करती रहीं काम
प्रसूता वार्ड से संबंधित स्टाफ बिजली गुल होने की स्थिति में अपने मोबाइल की टॉर्च की रोशनी में काम करता नजर आया। दूसरी ओर गलियारे में घुप्प अंधकार होने की वजह से मरीजों के परिजन भी मोबाइल की टॉर्च के सहारे यहां से वहां जाते नजर आए।
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जिला प्रशासन की मॉनीटरिंग भी फेल
अस्पताल की व्यवस्थाओं पर नजर रखने के लिए प्रशासन ने ओआईसी की नियुक्ति कर रखी है जो समय समय पर जिला अस्पताल का भ्रमण कर अव्यवस्थाओं को दूर कर यहां की आवश्यकताओं की प्रशासनिक स्तर पर पूर्ति करता है। पर प्रशासन की यह व्यवस्था भी फेल साबित हो रही है।
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वर्जन
जिला अस्पताल में बिजली गुल होने पर तुरंत विद्युत व्यवस्था सुचारू क्यों नहींं हो पा रही है इस बारे में अस्पताल प्रबंधन से बात करता हूं। मरीजों को किसी तरह की परेशानी नहीं होने दी जाएगी।
दीपक सक्सेना, कलेक्टर
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वर्जन
जिला अस्पताल में अव्यस्थाओं को दूर करने के लिए समय समय पर सिविल सर्जन को निर्देशित किया जाता है। काफी देर तक बिजली गुल रहना एक गंभीर मामला है, इस समस्या को दूर किया जाएगा।
अनीता अग्रवाल, सीएमएचओ
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