होती है दिक्कत
दिव्यांगता प्रमाण पत्र को दूसरे जिले और प्रदेशों में एक्सेप्ट नहीं किया जाता है, इसके चलते दिव्यांगों को परेशानी उठानी पड़ती है। पूरे देश में कहीं भी सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए यूडीआईडी कार्ड काफी महत्वपूर्ण दस्तावेज है।
क्या है यूडीआईडी
यूडीआईडी का पूरा नाम यूनिक डिसबिलिटी आईडी कार्ड है। यह कार्ड प्रत्येक दिव्यांग का अलग पहचान पत्र है। इसमें फोटो के साथ कोड बार होगा। इस कार्ड के बनने के बाद दिव्यांगों को अन्य दस्तावेजों की जरूरत नहीं पड़ेगी। कार्ड में ही दिव्यांगों की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। खास बात यह है कि यूडीआईडी कार्ड दो प्रकार के बनाए जा रहे हैं। पीली लाइन वाले कार्ड 40 से 80 प्रतिशत तक दिव्यांग और नीली लाइन वाले कार्ड 80 से 100 प्रतिशत तक दिव्यांगों को जारी किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग कर रहा लापरवाही
जानकारी के अनुसार यूनिक डिसबिलिटी आईडी कार्ड के लिए एंट्री स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जानी है, लेकिन स्वास्थ्य विभाग इस कार्य में लापरवाही बरत रहा है। विभाग कर्मचारियों की कमी होना बताकर पल्ला झाड़ रहा है। जानकारी के अनुसार कार्ड जारी करने में हो रही लेटलतीफी पर सामाजिक न्याय विभाग द्वारा कई बार स्वास्थ्य विभाग को पत्राचार भी किया गया है।
इनका कहना
हमारे द्वारा कई बार स्वास्थ्य विभाग को पत्राचार किया गया है। बारिश के बाद सभी ब्लाक में शिविर लगाने की योजना है। शिविर में मौके पर डाटा फीड किया जाएगा और दिव्यांगों को यूनिक डिसबिलिटी आईडी कार्ड मिल सकेंगे।
अंजना त्रिपाठी, उपसंचालक, सामाजिक न्याय विभाग