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नरसिंहपुर

कहीं दलहनी फसलें बर्बाद न कर दे ये बूंदाबांदी

कहीं दलहनी फसलें बर्बाद न कर दे ये बूंदाबांदी

नरसिंहपुरMar 15, 2019 / 12:03 am

Sanjay Tiwari

Weather change, farmer worried

Weather change, farmer worried

तेंदूखेड़ा। लगातार विभिन्न प्रकार की आपदाओं से जूझनें और उचित दाम न मिल पाने के कारण घाटे का सौदा साबित होती किसान की उपज पर एक बार फिर अचानक बिगड़ें मौसम के मिजाज के चलते बादलों के छाये रहने और बूंदा बांदी होने से किसानों की चिंतायें बढ़ गई है। इन दिनों खेतों में अधिकांशत: फसलें पकी खड़ी हुई है। कुछ फसलें तो कट चुकी है। लेकिन अभी थ्रेसिंग के लिये खेत में ही पड़ी हुई है। ऐसी स्थिति में किसान अपने स्तर से फसलों को सुरक्षित ले जाने की तैयारी में परेशान देखा जा रहा है। आनन फानन किसी भी तरह मजदूरों की व्यवस्था करके फसल कटवाई जा रही है। यहां तक की खेतों में ही थ्रेसर रखकर तत्काल उपज तैयार की जा रही है। साथ ही मौसम के बिगड़ते मिजाज के चलते किसान दिन रात एक करने में लगा हुआ है। बीते पखबाड़े अचानक हुई हल्की बारिश के कारण बहुत सी फसल पर पानी की बूंद लगने से फसल के दाने काले होने के साथ मसूर एवं अरहर की फसल को नुकसान पहुंचा था। बीते दिवस तेंदूखेड़ा एवं आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में हल्की फुल्की बूंदा बांदी हुई है। किसानों का कहना है कि इस वर्ष रबी मौसम की चना मसूर अरहर बटरी फसल काफी कम मात्रा में निकल रही है। हर वर्ष की औसतन प्रति एकड़ से इस बार आधे से भी कम उपज निकलकर आ रही है। भले ही फल्ली अच्छी दिख रही थी। लेकिन थ्रेसिंग के बाद दाना कमजोर निकलने के साथ प्रति एकड़ 2 और 3 बोरे ही निकल रही है। किसानों की जो लागत मूल्य है उससे भी कम मात्रा में उपज निकलने के कारण किसानों के चहरों पर मायूसी देखी जा रही है।

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