उल्लेखनीय है कि जिला मुख्यालय पर कंदेली व पुराने नरसिंहपुर क्षेत्र की घनी बस्तियों में बहुतेरे मकान जर्जर अवस्था में है। इस स्थिति के बावजूद नगरपालिका के पास जर्जर मकानों की पुख्ता सूची तक उपलब्ध नहीं है। वार्ड में तैनात मुहर्रिरों का यह दायित्व है कि जब वे सम्पत्ति कर वसूलते हैं, तो इन बातों का भी ध्यान रखें ताकि अप्रिय स्थिति से बचा जा सके।
मुख्य नगरपालिका अधिकारी द्वारा जारी किए गए नोटिस को सीताराम नेमा के मकान में चस्पा किया गया है। 18 जुलाई को जारी नोटिस में कहा गया है कि बरसात पूर्व जर्जर खस्ताहाल मकानों के सर्वेक्षण उपरांत पाया गया कि आपका मकान जर्जर स्थिति में होने से बरसात तथा आंधी तूफान से धराशायी हो सकता है, जिससे जनधन की हानि संभावित है। मकान की मरम्मत या पुनर्निर्माण सुनिश्चित करें अन्यथा किसी प्रकार की घटना के लिए आप स्वयं जिम्मेदार होंगे।
सूत्रों का कहना है कि बारिश के पूर्व कोई सर्वे नहीं किया गया है बीते दिनों अचानक मकान के पीछे के हिस्से की दीवाल से ईंटें गिरने के बाद आई शिकायत के बाद नगरपालिका द्वारा आननफानन नोटिस तो जारी किया गया है, लेकिन इस पर समुचित कार्रवाई नहीं की गई है।
इनका कहना है
नगर के विभिन्न वार्डो में स्थित 4-5 जर्जर मकानों की जानकारी सामने आई थी, जिसके आधार पर मकान मालिकों को नोटिस जारी किए गए हैं। सर्वे में और क्या स्थिति है इसकी जानकारी संबंधित महकमे से पूछकर ही दी जा सकेगी।
केएस ठाकुर, सीएमआ, नपा