कांग्रेस में किसी जमाने में हेमंत की हैसियत काफी ऊंची थी। असम में पार्टी की दो शानदार जीत का श्रेय किंगमेकर बने हेमंत को ही दिया गया। असम की तरुण गोगोई सरकार में मंत्री रह चुके हेमंत मतभेदों की वजह से भाजपा में शामिल हुए। उनके साथ कुछ अन्य विधायक भी भाजपा में शामिल हुए। भाजपा ने उनकी प्रतिभा को भांपते हुए जनसंपर्क की जिम्मेदारी सौंपी।हेमंत को जलुक्बरी सीट से चुनाव में उतारा था।
अवैध घुसपैठ को बनाया मुद्दा असम के मिशन 84 के नारे के साथ चुनाव में उतरी भाजपा ने बांग्लादेशियों की अवैध घुसपैठ को मुद्दा बनाकर चुनाव लड़ा। हेमंत ने इसी मुद्दे को भुनाकर कांग्रेस को कमजोर कर दिया। हेमंत की रणनीति पर चलकर भाजपा ने असम में जीत दर्ज की है।