सूत्रों ने बताया कि साल 2021 में जिस तरह से दिल्ली स्थित इजराइल दूतावास के सामने धमाका हुआ था, ठीक उसी तरह के विस्फोटक का प्रयोग इस लोकेशन पर भी किया गया था। बता दें कि साल 2021 में हुए उस धमाके में जामिया नगर का कनेक्शन सामने आया था। वहीं इस बार भी बम धमाके के 2 संदिग्ध आरोपियों का जामिया नगर से कनेक्शन सामने आया है।
इजरायली दूतावास के पीछे हुआ था धमाका
बता दें कि मंगलवार शाम को पृथ्वीराज रोड पर प्लॉट संख्या-4 पर स्थित ‘नंदा हाउस’ और प्लॉट संख्या-2 पर स्थित केंद्रीय हिंदी प्रशिक्षण संस्थान की चारदीवारी वाले क्षेत्र में एक विस्फोट हुआ था। इस क्षेत्र में झाड़ियां और पेड़-पौधें हैं तथा कोई सीसीटीवी कैमरा नहीं है। यह जगह पृथ्वीराज रोड के समानांतर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर इजरायली दूतावास के पीछे है।
घटनास्थल से इजरायली राजदूत को ‘अभद्र’ भाषा में संबोधित एक पत्र बरामद किया गया था। इस घटना में कोई घायल नहीं हुआ था. सूत्रों के मुताबिक, अंग्रेजी में लिखे गए एक पेज के इस पत्र का संबध ‘सर अल्लाह रेसिस्टेंस’ नामक संगठन से होने का संदेह हैं। इसमें ‘यहूदी’, ‘फिलिस्तीन’ और ‘गाजा’ जैसे शब्दों का जिक्र था।
संदिग्ध का ऐसे पता लगा रही पुलिस
जामिया नगर से बम विस्फोट वाली जगह पर ऑटो आए नीली जैकेट वाले संदिग्ध का पता लगाने के लिए पुलिस की स्पेशल सेल की कई टीमें दिन-रात लगी हुई हैं। जामिया नगर व नई दिल्ली में इंडिया गेट से जाने वाले कई मार्गों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। कई जगहों पर ऑटो का जीपीआरएस डाटा लिया जा रहा है। बता दें कि दिल्ली पुलिस ने इस मामले में ‘अज्ञात’ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के साथ ही करीब छह संदिग्धों से पूछताछ की है।
एक पुलिस अधिकारी के अनुसार, ‘गहरी साजिश का पता लगाने’ के लिए मामले को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को सौंपने का निर्णय लिया गया है।
जामिया नगर से ऐसे निकला कनेक्शन
मामले की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने घटनास्थल के आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला, जिसमें उन्हें एक संदिग्ध नजर आया, जो एक ऑटोरिक्शा में जामिया नगर से आया था. पुलिस ने 10 ऑटोरिक्शा चालकों से पूछताछ की है, जिसमें विस्फोट होने से पहले संदिग्ध को घटनास्थल पर लाने वाला चालक भी शामिल है।
कई धाराओं में मुकदमा दर्ज
अधिकारियों ने बताया कि एक पुलिस अधिकारी की शिकायत पर शुक्रवार रात तुगलक रोड पुलिस थाने में विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा-3 (जीवन या संपत्ति को खतरे में डालने वाला विस्फोट करना) तथा भारतीय दंड संहिता की धारा 427 (नुकसान पहुंचाने का कृत्य) के तहत केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि शनिवार को संदिग्धों से पूछताछ की गई।