सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार के कैबिनेट विस्तार में 12 नए चेहरे को शामिल किया जा सकता है। जिसमें बीजेपी के 9 सांसद और सहयोगी दलों के 3 सांसद मंत्री पद के लिए शपथ ग्रहण कर सकते हैं। जबकि माना जा रहा है कि इस नए मंत्रिमंडल में अलगे साल होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रख नए चेहरों को मौका मिलेगा।
इतना ही नहीं आशंका जताई जा रही है कि इस कैबिनेट फेरबदल में उनलोगों को मंत्रिमंडल से बाहर किया जा सकता है, जिनके परफॉर्मेंश प्रधानमंत्री मोदी खुश नहीं है। तो वहीं यह भी माना जा रहा है कि 2019 के चुनावों को देखते हुए भी मोदी सराकर ने केंद्रीय मंत्रिमंडल करने जा रही है। संभवत ये मोदी सरकार का आखिरी कैबिनेट विस्तार हो, क्योंकि इसके बाद से माहौल चुनावी सरगर्मियों में डूब जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक इस मंत्रिमंडल विस्तार में 4 मंत्रालयों पर अहम फैसला लिया जा सकता है। जिसमें रक्षा मंत्रालय, सूचना एंव प्रसारण मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय और पर्यावरण मंत्रालय जिसका अतिरिक्त प्रभार बीजेपी के सासंदों के पास है। जबिक कहा यह भी जा रहा है कि पार्टी के उम्रदराज नेता कलराज मिश्र को भी मंत्रिमंडल से हटाया जा सकता है।
गौरतलब है कि बिहार में राजनीतिक उठापटक के बाद सत्ता परिवर्तन हो गया है और
नीतीश कुमार बीजेपी के सहयोग से राज्य के मुख्यमंत्री बन गए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जेडीयू के दो बड़े मंत्री केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। जिसमें पार्टी के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी का नाम सबसे पहले सामने आ रहा है। तो वहीं राज्यसभा से चुने जाने के बाद
अमित शाह को सरकार में अहम जिम्मेदारी मिल सकती है।