हवा से हवा में ईंधन भरने में सक्षम
अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्रालय और वायुसेना मुख्यालय द्वारा पूरी तरह से स्वदेशी लड़ाकू विमान को बढ़ावा देने के साथ-साथ देश भर में रक्षा व्यवसाय में लगे छोटे और मध्यम उद्यमों को बड़ा व्यवसाय देने के लिए ऐसा कदम उठाया जा रहा है। पीएम मोदी भी एचएएल को मजबूत करने पर काफी जोर दे रहे हैं। सरकार ने इस कंपनी को सभी प्रकार के स्वदेशी लड़ाकू विमानों, हेलीकॉप्टरों के साथ-साथ उनके लिए इंजन बनाने का ऑर्डर दिया है। पीएम मोदी ने खुद स्वदेशी लड़ाकू विमान के ट्रेनर वैरिएंट में उड़ान भरी थी, जो किसी भी लड़ाकू विमान में भारत के प्रधानमंत्री की ओर से पहली बार उड़ान थी।
97 और एलसीए मार्क 1ए फाइटर जेट हासिल करने की योजना की घोषणा सबसे पहले वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने स्पेन की विदेशी धरती पर की थी, जब उन्होंने एएनआई को स्वदेशी लड़ाकू विमान ऑर्डर को बढ़ावा देने की मेगा योजनाओं के बारे में बताया था। यह विमान एक्टिव इलेक्ट्रॉनिक स्कैन्ड एरे (एईएसए) रडार, विजुअल रेंज से परे (बीवीआर) मिसाइल क्षमताएं, एक सोफिस्टिकेटेड इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर सूट और हवा से हवा में ईंधन भरने में सक्षम होगा। भारतीय सैन्य बेड़े में इस विमान के शामिल होने से ताकत पहले से कहीं ज्यादा मजबूत होगी।