पुलिस ने कहा कि हमले के बाद गइखंगम का काफिला कई मिनट तक फंसा रहा। गृहमंत्री और उनका दल अतिरिक्त सुरक्षाबलों के पहुंचने पर सभास्थल की ओर रवाना हुआ। व्यापक सुरक्षा इंतजाम के साथ गइखंगम ने अपने निर्वाचन क्षेत्र के खोउपुम में चुनावी सभा को संबोधित किया। पुलिस ने कहा कि आतंकवादी समूह के कुछ कार्यकर्ताओं ने ग्रामीणों को सोमवार को चुनावी सभा में भाग नहीं लेने की चेतावनी दी थी।
गौरतलब है कि कुछ साल पहले गइखंगम उन निर्वाचित जनजातीय प्रतिनिधियों में थे जिन पर कथित तौर पर नागा एकीकरण की मांग वाले ज्ञापन पर हस्ताक्षर का दबाव बनाया गया था। गइखंगम ने बाद में कहा था कि उन्होंने इस पर दबाव के तहत हस्ताक्षर किया था।
गइखंगम नेशनलिस्ट सोशलिस्ट काउंसिल ऑफ नागालैंड के मुखर विरोधी रहे हैं। कुछ महीने पहले गइखंगमम व कुछ अन्य मंत्रियों पर उखरुल जिले में हथियार बंद आतंकियों ने हमला किया था।