scriptPresident Oath Ceremony: 25 जुलाई को ही भारत में क्यों होता है राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण? जानिए कब से हुई शुरुआत | Draupadi murmur oath ceremony as 15th president of India 25 July history and significance Rashtrapati shapath Aaj ka itihas | Patrika News
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President Oath Ceremony: 25 जुलाई को ही भारत में क्यों होता है राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण? जानिए कब से हुई शुरुआत

President Oath Ceremony: भारत में इमरजेंसी के बाद से आज तक सभी राष्ट्रपतियों का शपथ ग्रहण समारोह 25 जुलाई को ही आयोजन किया जाता है। द्रौपदी मुर्मू ने आज देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ लीं। आइए जानते हैं साल 1977 से 25 जुलाई को ही देश के राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण समारोह क्यों होता है।

नई दिल्लीJul 25, 2022 / 09:49 am

Abhishek Kumar Tripathi

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Draupadi murmur oath ceremony as 15th president of India 25 July history and significance Rashtrapati shapath Aaj ka itihas

President Oath Ceremony: हर 5 साल बाद 25 जुलाई को देश को नए राष्ट्रपति मिलते हैं। इसलिए 25 जुलाई का दिन भारत के लिए बहुत खास माना जाता है। आज महामहिम द्रौपदी मुर्मू ने भारत की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में शपथ लीं। सीजेआई एन. वी. रमणा द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाया, जिसके बाद उन्हें इंटर सर्विस गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। वहीं फिर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 21 तोपों की सलामी दी गई, इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रपति के रूप में देश को पहली बार संबोधित किया।
इतिहास की बात करें तो पहली बाद 25 जुलाई को देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने शपथ ग्रहण की थी, जिसके बाद से अब तक सभी राष्ट्रपति 25 जुलाई को शपथ ग्रहण करते आ रहे हैं। 1977 से अब तक 9 राष्ट्रपतियों ने 25 जुलाई को शपथ ग्रहण की है। द्रौपदी मुर्मू ऐसी 10वीं राष्ट्रपति होंगी जो 25 जुलाई को शपथ ग्रहण कर रही हैं।

25 जुलाई को शपथ लेने वाले 9 राष्ट्रपतियों ने पूरा किया कार्यकाल!

भारत में इमरजेंसी के बाद से अब तक 25 जुलाई को शपथ लेने वाले 8 राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा कर चुके हैं। वहीं आज रामनाथ कोविंद ऐसे 9 वें राष्ट्रपति होंगे, जिन्होंने 25 जुलाई को शपथ लेकर अपना कार्यकाल पूरा किया है।पहली बार नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई 1977 में राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी। पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी से लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तक 9 राष्ट्रपतियों ने अपना कार्यकाल पूरा किया है।
25 जुलाई को शपथ लेने वाले राष्ट्रपति

– पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी (25 जुलाई 1977 से 25 जुलाई 1982)
– पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह (25 जुलाई 1982 से 25 जुलाई 1987)
– पूर्व राष्ट्रपति रामास्वामी वेंकटरमन (25 जुलाई 1987 से 25 जुलाई 1992)
– पूर्व राष्ट्रपति शंकर दयाल शर्मा (25 जुलाई 1992 से 25 जुलाई 1997)
– पूर्व राष्ट्रपति केआर नारायनन (25 जुलाई 1997 से 25 जुलाई 2002)
– पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम (25 जुलाई 2002 से 25 जुलाई 2007)
– पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल (25 जुलाई 2007 से 25 जुलाई 2012)
– पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी (25 जुलाई 2012 से 25 जुलाई 2017)
– पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (25 जुलाई 2017 से 25 जुलाई 2022)
– अब राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (25 जुलाई 2022 से ————)

25 जुलाई को ही भारत में क्यों होता है राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण?
भारत के इतिहास में अब तक ऐसा कभी नहीं हुआ, जब देश बिना राष्ट्रपति के रहा हो। राष्ट्रपति का कार्यकाल खत्म होने के तुरंत बाद नए राष्ट्रपति को शपथ दिलाई जाती है। भारत में इमरजेंसी के बाद पूर्व राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी को 25 जुलाई 1977 में राष्ट्रपति पद के लिए शपथ दिलाया गया, जिसके बाद से सभी राष्ट्रपतियों का कार्यकाल 25 जुलाई को ही खत्म होता है। इसलिए 25 जुलाई को ही नए राष्ट्रपति शपथ लेते हैं। 15वें राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को वोटिंग हुई, जिसकी गिनती 21 जुलाई को हुई। वहीं आज द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी।
 

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