देश के अग्रणी स्टॉक ब्रोकरों में से एक था “कार्वी”
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कार्वी स्टॉक ब्रोकिंग लिमिटेड का घोटाला 2019 में सामने आया था, उस समय यह लाखों ग्राहकों के साथ देश के अग्रणी स्टॉक ब्रोकरों में से एक था। इस घोटाले के सामने आने के बाद खुलासा हुआ था कि “कार्वी” ने ग्राहकों के शेयर्स को गिरवी रखकर पैसे जुटाए, जिसे उसने खुद के 6 बैंकों में ट्रांसफर किए।
पूर्व विधायक की प्रॉपर्टी को ED ने किया अटैच
इसके साथ ही ED ने पोंजी घोटाला मामले में कटक के पूर्व विधायक प्रवत रंजन बिसवाल से धन शोधन निवारण अधिनियम 2002 के तहत 3,92,20,000 रुपए की चल व अचल संपत्ति कुर्क कर ली है। यह घोटाला भी 2019 में सामने आया था, जिसमें आरोपी ASI ने बेंगलूरु में अपने घर पर आत्महत्या कर ली थी। ASI का नाम विजय शंकर था, जिन्हें इस घोटाले में आरोपी बनाए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया था।