विजिलेंस की ओर से अमित लोढ़ा पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने सरकारी पद पर रहते हुए बिजनेस किया है। विजिलेंस का कहना है कि लोढ़ा ने निजी स्वार्थ के लिए वित्तीय अनियमितता की है। अमित लोढ़ा ने बिहार डायरी नामक एक किताब लिखी थी। जो साल 2018 में पेंगुइन रैंडम हाउस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने प्रकाशित की थी। अब उसी किताब पर ‘खाकी’ द बिहार चैप्टर नामक सीरीज बनी है।
विजिलेंस का आरोप है कि मगध रेंज के तत्कालीन आईजी अमित लोढ़ा ने नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ सरकारी पद पर रहते हुए व्यवसायिक काम किया। विशेष निगरानी की इकाई इस मामले में 7 पीसी एक्ट के तहत अमित लोढ़ा पर मुकदमा दर्ज किया है। करप्शन के मामले दर्ज होने के बाद अमित लोढ़ा को सस्पेंड कर दिया गया है। इसकी पुष्टि एक समाचार एजेंसी ने की है।
बताते चले कि ‘खाकी’ वेब सीरीज को मशहूर निर्देशक नीरज पांडेय ने निर्देशित किया है। ये वेब सीरीज शेखपुरा के डॉन अशोक महतो के कारनामों पर बनी है। उस दौरान शेखपुरा के एसपी अमित लोढ़ा थे। जिन्होंने अपने अनुभवों के आधार पर पुस्तक लिखी है।
जिस पर नेटफ्लिक्स प्लेटफार्म पर ‘खाकी’ वेब सीरीज आई है। अमित लोढ़ा 1998 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। 25 साल की उम्र में यूपीएससी कंप्लीट करने के बाद अमित लोढ़ा को बिहार कैडर में नियुक्ति मिली थी।
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