केएन त्रिपाठी भारतीय वायु सेना छोड़कर राजनीति में शामिल हुए हैं। उन्होंने पहली बार साल 2005 में कांग्रेस की टिकट पर डाल्टनगंज विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। हालांकि इस चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था।
केएन त्रिपाठी ने साल 2009 में कांग्रेस की ही टिकट पर विधानसभा चुनाव में जीत हासिल किया, जिसके बाद उन्हें झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास, पंचायती राज और श्रम विभाग का मंत्री बनाया गया था। इसके साथ ही वह भारतीय राष्ट्रीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में भी काम कर चुके हैं।
कांग्रेस अध्यक्ष पद के चल रही गहमागहमी के बीच कांग्रेस मुख्यालय दिल्ली में सचिन पायलट के समर्थन में जमकर नारेबाजी हुई। सचिन पायलट के समर्थकों ने ‘देश का युवा नेता सचिन पायलट जिंदाबाद’ के नारे लगाए। वहीं इसके बाद न्यूज एजेंसी से बात करते हुए समर्थकों ने कहा कि सचिन पायलट जमीनी स्तर की गड़बड़ियों के बारे में जानते हैं। वो सभी कार्यकर्ताओं कि परेशानियों के बारे में जानते हैं। इसलिए हम सभी लोग सचिन पायलट जैसे युवा नेता को कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाए जाने की मांग करते हैं।