क्या होता है Z+ सिक्योरिटी
भारत में Z+ सुरक्षा सर्वोच्च श्रेणी की सुरक्षा मानी जाती है। Z+ सुरक्षा में संबंधिक व्यक्ति के पास 10 से ज्यादा एनएसजी कमांडो और पुलिस कर्मी समेत 55 प्रशिक्षित जवान तैनात किए जाते हैं। ये सभी कमांडो 24 घंटे सुरक्षा मिले व्यक्ति के चारों तरफ पैनी नजर रखते हैं। सुरक्षा में लगा हर कमांडो मार्शल आर्ट में सिद्ध होता है। इसके साथ ही इनके पास आधुनिक हथियार भी होते हैं। भारत में Z+ सुरक्षा पाने वालों में गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत कई बड़े चेहरे शामिल हैं।
बहुत कुछ बदल जाएगा
Z+ सिक्योरिटी मिलते ही अब सीएम मान के निवास, कार्यालयों, राज्य के दौरे के स्थानों पर स्क्रीनिंग और शारीरिक तलाशी पर विशेष जोर देने के साथ-साथ तोड़फोड़-विरोधी जांच और मजबूत अभिगम नियंत्रण उपायों को सुनिश्चित किया जाएगा। यानी बहुत कुछ पहले से बदल जाएगा।
बैठकों और रोड शो सहित उनके निकट लोगों से संपर्क के दौरान पर्याप्त भीड़ नियंत्रण और स्नाइपिंग विरोधी उपाय और अन्य सुरक्षा अभ्यास किए जाएंगे। सुरक्षा मिले व्यक्ति के दौरे के लिए, सीआरपीएफ को राज्य में संबंधित अधिकारियों को अपने दौरे के कार्यक्रम और उसके लिए की जाने वाली सुरक्षा व्यवस्था की पूरी रूपरेखा से अवगत कराना होगा।
अमृतपाल सिंह की गिरफ़्तारी के बाद फैसला
पंजाब के सीएम की सुरक्षा बढ़ाने का ये अहम फैसला ‘वारिस पंजाब दे’ के चीफ और खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के बाद लिया गया है। पंजाब में करीब 36 दिन की चूहा-बिल्ली के खेल के बाद अमृतपाल सिंह को आखिरकार जरनैल सिंह भिंडरांवाला के गांव रोड से पंजाब पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके बाद से ही वो असम ही डिब्रूगढ़ जेल में अपने 9 करीबी साथियों के साथ बंद है। इस गिरफ़्तारी के बाद सीएम के सुरक्षा को रिव्यु किया गया और खतरे को भांपते हुए इनकी सुरक्षा को बढ़ने का फैसला हुआ।