रक्षा अध्ययन और विश्लेषण संस्थान में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों ने यह विचार व्यक्त किए। विशेषज्ञों ने भारत को समय-समय पर अपने परमाणु संयंत्रों की समीक्षा करने की सलाह दी, लेकिन यह भी चेतावनी दी कि समीक्षा स्वस्थ रणनीतिक माहौल में होनी चाहिए।
पैनल में पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा उप सलाहकार, राजदूत सतीश चंद्र, सेंटर फॉर लैंड वारफेयर स्टडीज के लेफ्टीनेंट जनरल बी एस नागल तथा जवाहर लाल विश्वविद्यालय में प्रोफेसर राजेश राजगोपालन शामिल थे। उन्होंने नई प्रौद्योगिकी के विकास से देश की सामरिक माहौल में परिवर्तन तथा क्षेत्र के देशों तथा विश्व स्तर पर आए बदलाव पर ध्यान देने की आवश्यकता पर भी बल दिया।