INS जटायु पर चार MH-60 रोमियो बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टरों की तैनाती की जाएगी। यह सैन्य अड्डा अंडमान में बनाए गए INS बाज के बराबर होगा। इसके साथ ही अगाट्टी द्वीप में हवाईपट्टी को भी विकसित किया जाएगा। भारतीय वायु सेना यहां से लड़ाकू विमानों का संचालन करेगी।
मालदीव विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 4 जनवरी को लक्षद्वीप की यात्रा की थी। तस्वीरों को साझा करते हुए यहां पर्यटकों को आने के लिए न्योता दिया था। इसके बाद मालदीव के मंत्रियों ने अर्मादित टिप्पणी की। इससे दोनों देशों के बीच राजनयिक स्तर तक विवाद बढ़ गया था।
भारतीय नौ सेना संयुक्त कमांडर सम्मेलन युद्धपोत INS विक्रमादित्य और INS विक्रांत पर होगी। यह युद्धपोत गोवा से चलकर कर्नाटक कारवार और फिर वहां से मिनिकॉय द्वीप होते हुए कोच्चि पहुंचेंगे। इस दौरान राजनाथ सिंह भी इनमें से किसी एक पर सवार होकर लक्षद्वीप जाएंगे। इस दौरान उनके साथ 15 और युद्धक जहाज भी होंगे। पहली बार दोनों युद्धपोत का संचालन एक साथ किया जाएगा।
लक्षद्वीप 36 छोटे-छोटे द्वीपों का समूह है। यह केरल के कोच्चि से करीब 440 किलोमीटर दूर स्थित है। रणनीतिक नजरिए से भी काफी इन द्वीपों पर कुल आबादी 64,000 है। इसमें से भी 95 प्रतिशत मुस्लिम हैं। यहां जाने के लिए किसी भी नागरिक का परमिट लेना पड़ता है। भारतीय सैन्य बलों से जुड़े लोगों को यह छूट है।