इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इसमें महिलाओं सहित कई आंदोलनकारी घायल हो गए। एक डीएसपी सहित कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। जानकारी के मुताबिक़ ढाणी गोपाल में धरना स्थल के आसपास पुलिस ने नाकेबंदी कर रखी थी। पुलिस ने जाट आंदोलनकरियों की चार ट्रैक्टर ट्रालियों को रोकने का प्रयास किया तो आंदोलनकारी हिंसक हो गए। दूसरी ओर, आंदोलनकारियों का कहना है कि वे धरने पर जा रहे थे और पुलिस ने उन्हें बेवजह रोका। इसके बाद विवाद भड़क गया।
गुस्साए जाट आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। भड़के लोगों ने खैरी रोड पर नहर के नजदीक लगे पुलिस के बेरिकेट्स को तोड़ दिया। भड़के लोगों ने 2 बसों को आग लगा दी और कई गाडिय़ों के शीशे तोड़ दिए। उन्होंने पुलिस की दो बसों में आग लगा दी और करीब 200 पुलिसवालों को बंधक बना लिया।
सिर पर पत्थर लगने से डीएसपी गुरदयाल सिंह घायल हो गए। कुछ आंदोलकारी और मीडियाकर्मियों को भी चोट आई हैं। प्रोटेस्ट कर रहे लोगों ने कुछ मीडिया वालों के कैमरे और मोबाइल छीन लिए। बाद में हालात बेकाबू होने के बाद एक्स्ट्रा फोर्स बुलाई गई। पुलिस लाठीचार्ज और पथराव में कई लोगों के घायल हो गए। कई महिलाओं को भी चोटें लगी हैं। पथराव में कई पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है।
डीजीपी ने कहा-लोग घबराएं नहीं, सुरक्षा के पूरे प्रबंध उधर, हरियाणा के डीजीपी डॉ. केपी सिंह ने कहा है कि राज्य के लोगों को किसी भी तरह से घबराएं नहीं। राज्य में सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। हरियाणा के सभी राजमार्ग सुरक्षित हैं और निश्चिंत होकर यात्रा करें। सीबीएसई की परीक्षाएं के लिए भी पूरी सुरक्षा है। विद्यार्थी सोमवार को निश्चिंत होकर परीक्षा देने जाएं। सभी जगह पर पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा की है। उन्होंने कहा है कि 20 मार्च को दिल्ली में ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर आने-जाने पर पाबंदी है।