पुलिस के मुताबिक, रंजीता और दर्शन बाबू की शादी साल 2020 में हुई थी और साल 2021 में पत्नी को अपने पति की सट्टेबाजी की लत के बारे में पता चला। चित्रदुर्ग के पुलिस अधीक्षक, धर्मेंद्र कुमार मीना ने बताया कि रंजीता के पिता वेंकटेश की शिकायत के अनुसार, रंजीता ने उन लोगों के उत्पीड़न के कारण आत्महत्या कर ली, जिन्होंने उसके पति दर्शन को पैसे उधार दिए थे। जब दर्शन लोगों से पैसे ले रहा था, तो वह ज़मानत के लिए लोगों को एक खाली चेक दे रहा था।
उन्होंने कहा कि कर्जदार पति-पत्नी को धमकाते थे, घर के पास आते थे और उनके साथ झगड़ा करते थे। इस सब से रंजीता का तनाव बढ़ गया और इसके चलते उन्होंने अपनी जिंदगी खत्म कर ली। हालांकि, उसके पिता की शिकायत के अनुसार मामला दर्ज किया गया था।
सुसाइड नोट भी मिला
पुलिस ने कहा कि रंजीता ने सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने बताया है कि साहूकारों ने दंपति को किस तरह परेशान किया। शिकायत के बाद, पुलिस ने 13 संदिग्धों के खिलाफ आईपीसी 306 के तहत आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया। अब तक पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनकी पहचान शिवू, गिरीश और वेंकटेश के रूप में हुई है।
मीना ने कहा कि हमारी जांच प्रक्रिया के दौरान, हमने पाया कि दर्शन बालू ने साहूकारों से 84 लाख रुपये लिए थे। यह बड़ी रकम आईपीएल के दौरान 2021-2023 के बीच ली गई थी। हमने 13 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया और तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। नवंबर 2023 में, बेंगलुरु पुलिस साइबर क्राइम यूनिट ने एक अंतरराज्यीय क्रिकेट सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ किया, जिसमें आरोपियों ने साइबर धोखाधड़ी को अंजाम देने के लिए कई खाते खोले।