वहीं दूसरी ओर आप और कांग्रेस ने इस मामले को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला है। आप के स्थानीय विधायक अमानतुल्लाह अतिक्रमण हटाए जाने के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके हैं। वहीं लोगों के साथ विरोध कर रहे आप विधायक ने कहा कि पहले एमसीडी यह बताए कि यहां गैरकानूनी क्या है? दूसरी ओर लोगों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए शाहीन बाग में दिल्ली पुलिस के साथ-साथ सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार विरोध कर रही कुछ महिलाओं को हिरासत में लिए जाने की बात भी सामने आई है।
लोगों ने जानबूझकर दुकानों के आगे कुछ जमीन खाली रखी हैः पार्षद
वहीं इस मामले में सबसे अहम टिप्पणी स्थानीय पार्षद ने की है। शाहीन बाग के स्थानीय निगम पार्षद वाजिद खान ने अतिक्रमण हटाओ अभियान के बाबत कहा कि शाहीन बाग में कुछ भी गैरकानूनी नहीं है। एमसीडी और बीजेपी राजनीति चमकाने के लिए उक्त कार्रवाई कर रही है। वाजिद खान ने डिटेल बातचीत करते हुए बताया कि शाहीन बाग में कोई अतिक्रमण नहीं है। दुकानों के आगे निकले हिस्सों को दिखाते हुए उन्होंने कहा कि लोगों ने अपनी दुकानों के आगे का कुछ हिस्सा जानबूझकर खाली छोड़ा है। ताकि वह दुकानों का कुछ सामान वहां भी रख सके।
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शाहीन बाग में दंगा हो ताकि उनकी सियासत चलती रहेः वाजिद
विरोध-प्रदर्शन कर रहे कुछ लोगों ने यह भी कहा कि नियमों को देखेंगे तो पाएंगे कि दिल्ली में 80 फीसदी निर्माण गैरकानूनी है। तो क्या सभी को तोड़ दिया जाएगा। निगम पार्षद वाजिद खान ने शाहीन बाग से होकर गुजरने वाली सड़क की ओर इशारा करते हुए बताया कि यह रोड पीडब्ल्यूडी है, इसे रोड नंबर 13-ए बोलते है। एमसीडी पर काबिज भाजपा ने बीते पांच साल में कुछ नहीं किया। अब जब चुनाव टल गया है तो अपनी राजनीति चमकाने के लिए यहां बुलडोजर लेकर पहुंच गई है। वाजिद खान ने कहा कि बीजेपी नेता चाहते हैं कि शाहीन बाग में हिंसा हो, दंगा हो ताकि उनकी सियासत चलती रहे।