scriptदो से अधिक बच्चे वाले शिक्षकों को भेजा गया नोटिस, सरकार ने पूछा क्यों पैदा किए तीन बच्चे | MP government issued notice to teacher for having more than 2 children | Patrika News

दो से अधिक बच्चे वाले शिक्षकों को भेजा गया नोटिस, सरकार ने पूछा क्यों पैदा किए तीन बच्चे

Published: Apr 02, 2022 05:59:07 pm

Submitted by:

Archana Keshri

लगभग 1000 शिक्षकों और कर्मचारियों को नोटिस जीरी कर जवाब मांगा गया है। जवाब न देने पर नौकरी से हाथ धोना पड़ेगा। इसको लेकर शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति है।

दो से अधिक बच्चे वाले शिक्षकों को भेजा गया नोटिस, सरकार ने पूछा क्यों पैदा किए तीन बच्चे

दो से अधिक बच्चे वाले शिक्षकों को भेजा गया नोटिस, सरकार ने पूछा क्यों पैदा किए तीन बच्चे

मध्य प्रदेश के विदिशा में शिक्षा अधिकारी ने दो से अधिक बच्चों के माता-पिता को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जहां शिक्षा अधिकारी ने जिले के सभी सरकारी स्कूलों के उन अध्यापकों और कर्मचारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया। उन्‍हें नोटिस तीसरे या चौथे बच्‍चे को लेकर भेजा गया है, जिसके बाद से शिक्षकों का दिमाग भी चकरा गया है।
26 जनवरी, 2001 के बाद से मध्य प्रदेश सरकार ने नियम लागू किया था। इस नियम के मुताबिक अगर कर्मचारियों को आदेशों के बाद तीसरी संतान होती है तो उन्हें नौकरी के लिए अपात्र माना जाएगा। इसी नियम को देखते हुए शिक्षा विभाग में जिन शिक्षकों की तीसरी संतान हुई, ऐसे लगभग 1000 शिक्षकों को जिला शिक्षा अधिकारी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। हालांकि अभी तक करीब 160 शिक्षकों ने ही नोटिस का जवाब दिया है।
https://twitter.com/ANI_MP_CG_RJ/status/1510153000140312582?ref_src=twsrc%5Etfw
जिन शिक्षकों ने जवाब दिए हैं उनमें से कईयों ने कहा है कि नौकरी ज्वाइन करने के दौरान यह नियम नहीं था। बाद में जब नियम बना तो इसकी उन्हें जानकारी नहीं थी, जिसके चलते उनके यहां तीसरी संतान हुई है। तो वहीं कुछ शिक्षकों ने इसका ठीकरा स्वास्थ्य विभाग पर फोड़ दिया है. उनका कहना है कि उन्होंने दो बच्चे होने के बाद टीटी ऑपरेशन करा लिया था, लेकिन इसके बाद भी तीसरे बच्चे का जन्म हो गया।

यह भी पढ़ें

पेट्रोल के दाम से होकर परेशान, बाइक खड़ा कर घोड़े पर सवार होकर बिजली बिल वसूलने निकला कर्मचारी

https://twitter.com/ANI_MP_CG_RJ/status/1510153010810617857?ref_src=twsrc%5Etfw
तीन से चार शिक्षकों ने अपने जवाब में बताया है कि उन्होंने तीसरे बच्चे को अपने स्वजनों को गोद दे दिया है, लेकिन उन्होंने गोदनामा के दस्तावेज जमा नहीं किए हैं। अब जवाबों के सत्यापन के लिए DEO ने एक समिति बना दी है, जो 3 माह के अंदर रिपोर्ट पेश करेगी।

यह भी पढ़ें

नए मुकाम पर भारत-नेपाल की दोस्ती, सौर परियोजना को लेकर हुआ बड़ा समझौता, नेपाल में लॉन्च किया RuPay कार्ड

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो