अनुपमा राग फेमस बॉलीवु़ड सिंगर हैं। उन्होंने कई हिट फिल्मों में अपनी आवाज दी है। सिंगर बनने से पहले अनुपमा 2000 बैच की पीसीएस अफसर रह चुकी हैं। कम ही लोगों को पता होगा कि अनुपमा सपा सांसद सुशीला सरोज की बेटी हैं। इनके पिता आरपी सरोज रिटायर्ड आईपीएस अफसर हैं। अनुपमा लखनऊ में कमर्शियल टैक्स डिपार्टमेंट में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर तैनात रह चुकी हैं।
ये है यूपी दिवस का थीम सॉंग कान्हा की, चिश्ती की, गौतम की जमीन।
गंगा है, यमुना है, काशी है यहीं।
जहां मिले खुशी, आई लव माई यूपी। लखनऊ से है खास कनेक्शन अनुपमा आज भले ही मायानगरी में अपनी अदायगी का जलवा बिखेर रही हैं, लेकिन उनका नवाबों के शहर से खास नाता है। वो यहीं की पली बड़ी हैं। उन्होंने लोरेटो कॉन्वेंट से पढ़ाई पूरी की है।
यशभारती से सम्मानित अनुपमा को यशभारती अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है। इनके करियर का सबसे चर्चित गाना है ‘लाल दुपट्टा’। इसी गाने ने इन्हे्ं बुलंदियों तक पहुंचाया था और शौहरत दिलाई। अनुपमा ने खुद का प्राइवेट एल्बम निकाला है।
पहले ही गाने से हुईं फेमस अनुपमा ने अपने करियर की शुरुआत ‘शालू के ठुमके की दुनिया दीवानी’ से की थी, जो कि काफी लोकप्रिय हुआ था। ये गाना बिन बुलाए बाराती का है। मीका सिंह के साथ उर्वशी रौटेला पर फरमाया गए गाने ‘लाल दुपट्टा’ को लोगों ने बहुत पसंद किया था। इसकी शूटिंग लखनऊ में ही हुई थी।
क्या कहना है अनुपमा का अनुपमा का कहना है कि यूपी देश के उन राज्यों में से है, जहां प्रतिभा की कमी नहीं हैष यहां बहुत पोटेंशियल है। हम देश के बारे में बात करते हैं, शहर की बात करते हैं लेकिन स्टेट की नहीं करते, जहां की अपनी एक संस्कृति और पहचान होती है। यूपी दिवस मनाने का आईडिया बहुत मजेदार है।
रौशनी बैंड बॉलीवुड और सिंगल एल्बम में अपनी मधुर आवाज का जादू बिखेरने के अलावा अनुपमा का खुद का बैंड भी है। ये है रौशनी बैंड। ये सात लोगों के साथ मिलकर बनाया गया है। बैंड का हिस्सा औगस्टिन सफारी, क्लारेन फिलिप्स, गगन वालिया, हर्ष श्रीवास्तव, अजय, रितेश और केडी हैं।