आरएसएस के नारूवामूडू और मट्टनऊर के इलाके में बने पार्टी के दफ्तरों पर फेंके गए। जिसके मामले ने तूल पकड़ना शुरु कर दिया है। तो वहीं RSS के कार्यालयों पर बम फेंकने के ठीक कुछ घंटे पहले यहां CPI(M) नेता की एक जन सभा में बम फेंका गया था। जिसमें एक इंसान घायल भी हो गया था।
गौरतलब है कि केरल में CPI(M) और RSS के पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच ऐसी लड़ाईयां अक्सर होती रहती है। जहां इससे पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। साल 2016 में लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट के (LDF) सत्ता में आने के बाद से ही दोनों के बीच इस लड़ाई ने जन्म लिया है। गौरतलब हो कि लेफ्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट में 12 पार्टियां शामिल है जिसमें CPI(M) के सबसे अधिक 58 विधायक हैं।
तो वहीं प्रदेश में कुल 140 विधानसभा सीटों में से 91 सीटों LDF ने चुनाव जीता है। इससे ठीक पहले मोदी सरकार के खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान को उस समय शर्मिंदा होना पड़ा था, जब उन्होंने राज्य के सीएम पिनराई विजयन की फोटो ट्विटर पर शेयर की थी, लेकिन उनके नाम की जगह तमिलनाडु के सीएम ओ पनीरसेल्वम का नाम लिख दिया था। जिसके बाद पासवान को फिर से सही नाम ट्वीट करना पड़ा।