रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आत्म निर्भर भारत का जिक्र करते हुए कहा कि डिइफेन्स शिपयार्ड पीएम मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन का एक प्रमुख उदाहरण है। भारत के रक्षा शिपयार्ड की सराहना दुनिया भर में विदेशों ने भी की है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि “हमें इस बात की खुशी है कि इन शिपयार्ड में GeM के माध्यम से वसूली में वृद्धि हो रही है जिसमें न सिर्फ घरेलू उत्पादों को प्रोत्साहन मिल रहा है, बल्कि वसूली में ज्यादा पारदर्शिता आई है। सभी शिपयार्ड के लिए MoU 2022-23 के अंतर्गत GeM के माध्यम से वसूली बढ़ाने को कहा गया है। इसके अतिरिक्त इन शिपयार्ड के लिए कुल वसूली का 25 प्रतिशत MSMEs से करने का लक्ष्य रखा गया है।”
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि पिछली बार जब बैठक हुई थी तो सभी का आग्रह था कि हम देखना चाहते हैं कि शिपयार्ड में कैसे क्या काम होता है। इसलिए हमने तय किया था कि हम यह बैठक मुबंई में करेंगे, जिससे आप लोगों को जो भी समय मिले ये सब देख सके।