मामला कलेक्ट्रेट परिसर का है। वहां से कुछ दिन पहले कलेक्टर दीपक रावत गुजर रहे थे कि उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति खुले में पेशाब कर रहा है। कलेक्टर ने उस व्यक्ति को रोका और खूब डांट पिलाई और उसे समझाया कि आगे से खुले में ऐसा काम न करे।
उत्तराखंड सरकार ने यूरिनेशन के लिए नियम बनाए हैं, जिनमें चालान का नियम है। जब नियम सरकारी तो हम उम्मीद करते हैं कि सरकारी अधिकारी कर्मचारी भी इसका पालन करें।