ऐसा रहेगा इन राज्यों का हाल
IMD वैज्ञानिक सोमा राय का कहना है कि सोमवार को दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, बिहार और बंगाल के लिए हीटवेव अलर्ट जारी किया गया था। लेकिन कल मंगलवार को झारखंड और यूपी के अलावा कहीं भी हीटवेव अलर्ट जारी नहीं किया गया है। उन्होंने संभावना जताई है कि मंगलवार को दिल्ली, राजस्थान, पंजाब-हरियाणा से लेकर मध्य प्रदेश, झारखंड तक लोगों को हीटवेव से राहत मिल सकती है।
नौतपा क्या होता है
सूर्य के वृषभ राशि के 10 अंश से 23 अंश 40 कला तक को नौतपा कहा जात है। सूर्य 25 मई से लेकर 8 जून तक 23 अंश 40 कला तक रहेगा। इस काल को नौतपा कहा जाता है। नौतपा में सूर्य धरती के करीब रहता है और भारत में सूर्य की किरणें सीधे पड़ती है, जिससे तापमान में काफी वृद्धि होती है और लोगों को भयंकर गर्मी का सहन करना पड़ता है।
नौतपा के 9 दिनों में मौसम का ऐसा रह सकता है हाल
बता दें कि, नौपता की शुरुआत 25 मई से होगी और 2 जून तक रहेगी। इस दौरान 25 और 26 मई को सामान्य गर्मी रहने की संभावना है।फिर 27, 28, 29, 30 मई को प्रचंड गर्मी रहेगी और साथ ही तेज हवाएं चल सकती हैं। 31 मई, 1 जून और 2 जून को भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।
नौतपा जरूरी है
अगर आपके मन में यह सवाल आता है कि नौतपा के 9 दिनों में प्रंचड गर्मी पड़नी जरूरी होती है तो आपको बता दें कि इस समय समुद्र के पानी का वाष्पीकरण ( Evaporation ) होता है और इससे बादल बनते हैं। कहा जाता है कि नौतपा के पूरे नौ दिन तक अगर खूब गर्मी रहती है तो यह अच्छी बारिश होने का का संकेत होता है।
ज्योतिष की माने तो, नौतपा के 9 दिनों में तपना बहुत जरूरी है। क्योंकि चंद्रमा जब ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष में आर्द्रा से स्वाति नक्षत्र तक अपनी स्थितियों में हो और इसके साथ भरयंकर गर्मी पड़े तो वह नौतपा कहलाता है। वहीं सूरज जब रोहिणी नक्षत्र में होता है और उस दौरान बारिश अगर हो जाती है तो इसे रोहिणी नक्षत्र का गलना भी कहा जाता है।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी दिनों में तापमान और अधिक बढ़ने की संभावना है, उनके द्वारा हीटवेव का अलर्ट जारी किया गया है। हीटवेव (लू) से बचाव के लिए ये उपाय अपनाएं – ● गर्मी में हल्के रंग के ढीले सूती कपड़े पहनें, अपना सिर ढककर रखें, कपड़े, हैट अथवा छतरी का उपयोग करें।
● पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, भले ही प्यास न लगी हो, ओआरएस, घर में बने पेय जैसे लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि का सेवन करें।
● नंगे पांव बाहर ना जाएं, गर्मी से राहत के लिए हाथ का पंखा अपने पास रखें।
● यदि आप खेत खलिहान में काम कर रहे हैं तो समय-समय पर छाया में जाएं।
● इस मौसम में जंक फूड का सेवन न करें। ताजे फल, सलाद एवं घर में बना खाना खाएं।
● खासतौर से दोपहर 12 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच धूप में सीधे न जाएं।
● यदि बच्चे को चक्कर आए, उल्टी घबराहट अथवा तेज सिरदर्द हो, सीने में दर्द हो अथवा सांस लेने में कठिनाई हो तो डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।
● जानवरों को भी छाया में रखें और उन्हें पर्याप्त मात्रा में पीने पिलाएं
० पक्षियों के लिए भी छत पर दाना-पानी रखें