केन्द्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डाॅ. महेन्द्रनाथ पांडेय ने उन्हें अमर गीतकार आैर साहित्य की सभी विधाआें में नवीन भावों, विचारों आैर शिल्प का लेखक बताया। वहीं कर्नाटक के पूर्व राज्यपाल त्रिलोकनाथ चतुर्वेदी ने कहा कि शंभुनाथ सिंह ने नर्इ कविता के लिए जमीन तैयार की आैर उस परंपरा को जीवन भर आगे बढ़ाते रहे।
इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष आैर वरिष्ठ पत्रकार रामबहादुर राय ने विवेकानंद के विचारों को उद्धृत करते हुए कहा कि वैचारिक आैर सांस्कृतिक क्रांति अधूरी है जिसे पूरी करने की जिम्मेदारी साहित्यकारों की है।
इस अवसर पर होशंगाबाद के विनोद निगम को उनकी कृति ‘मौसम के गीत’ के लिए वर्ष 2017 के डाॅ. शंभुनाथ सिंह नवगीत पुरस्कार से नवाजा गया। कार्यक्रम का समापन नवगीत संध्या से हुआ। इसमें अनेक कवियों ने काव्यपाठ किया।