विश्व महासागर दिवस का इतिहास (History of World Oceans Day)
दुनियाभर में विश्व महासागर दिवस मनाने की पहल सबसे पहले वर्ष 1992 में कनाडा सरकार की ओर से ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित पृथ्वी शिखर सम्मेलन (Earth Summit) में प्रस्तावित की गई थी। वहां मौजूद प्रतिनिधियों और समर्थकों की इसे काफी सराहना मिली। इसके बाद समुद्रों के संरक्षण के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 8 जून को विश्व महासागर दिवस के रूप में मनाने के लिए एक आधिकारिक प्रस्ताव पारित किया। इसके बाद से 8 जून को हर साल विश्व महासागर दिवस मनाया जाने लगा है।
विश्व महासागर दिवस का महत्व (World Oceans Day Importance)
समुद्र पूरी प्रथ्वी का आधे से ज्यादा हिस्सा कवर करते हैं। ऐसे में समुद्री तंत्र के संरक्षण, स्थायी मछली पकड़ने की प्रथाओं को अपनाने, महासागरों के प्रदूषण को कम करने और अन्य प्रमुख महासागर संबंधी समस्याओं के संबंध में उचित उपाय की पहल करने के लिए हर साल विश्व महासागर दिवस मनाया जाता है। इस खास दिन लोगों को समुद्री सरंक्षण के बारे में जागरुक किया जाता है। प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों के बारे में जागरूक करने के लिए सरकारी और गैर-सरकारी संगठनों द्वारा कई तरह के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
विश्व महासागर दिवस 2024 की थीम (World Oceans Day Theme)
इस बार विश्व महासागर दिवस की थीम नई गहराई को जागृत करें (Awaken New Depth) करना है। बता दें पृथ्वी पांच महासागरों से घिरी हुई है, जिसमें से एशिया और अमेरिका के बीच बहने वाला प्रशांत महासागर सबसे बड़ा और गहरा महासागर है. इसके अलावा हमारी पृथ्वी पर अटलांटिक महासागर, हिंद महासागर, आर्कटिक महासागर और दक्षिणी महासागर हैं।