संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था संरक्षक नवीनकुमार अग्रवाल ने बताया कि संस्था के श्रमदान अभियान से अधिकांश सेवानिवृत्त साथी जुड़े हैं। इनमें केंद्र और राज्य शासन के सेवानिवृत्त अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं। जिनकी औसत आयु 65 वर्ष के पार है। इसके बाद भी सभी सीनियर सिटीजन संस्था के साप्ताहिक अभियान में शामिल होते हैं। सभी में श्रमदान की ललक ऐसी कि गेती, फावड़े, कुदाली चलाने में युवाओं से भी पीछे नहीं रहते। संस्था अध्यक्ष की तो मेजर बाईपास सर्जरी सहित अन्य छोटे-बड़े ऑपरेशन भी हो चुके हैं। बावजूद इसके अन्य साथियों के साथ बाग-बगीचों में पहुंचकर पेड़ पौधों की नियमित सेवा कर रहे हैं। सीनियर सिटीजन और युवाओं की पिछले 5 वर्ष की कड़ी मेहनत ही है कि शहर में अधिकांश बगीचों को कायाकल्प हो चुका है।
संस्था के सेवानिवृत्त साथी दुलीचंद कनेरिया, श्यामसुंदर पंडित, हरिश उपाध्याय आदि नीमच रेलवे स्टेशन आने वाली ट्रेनों के मुसाफिरों को भीषण गर्मी में शीतल पेयजल उपलब्ध कराने का पुनीत कार्य भी करने जाते हैं। संस्था के सदस्यों की श्रमदान तक ही सेवाएं सीमित नहीं है। संस्था को समय-समय पर प्रत्येक सदस्य आर्थिक सहयोग भी प्रदान करते रहते हैं। शहर में किसी भी प्रकार की समाजसेवा कार्य स्वच्छता संबंधी हो अथवा अन्य गतिविधियों में भी सभी बुजुर्ग समाजसेवी बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। संस्था में युवा इंजीनियर, डॉक्टस, समाजसेवी भी जुड़े हैं, जो संस्था के पर्यावरण संरक्षण जागरूकता अभियान में समर्पित भावना से सेवाएं दे रहे हैं।
संस्था कारविवार को भी सुबह 7.30 से 9.30 बजे तक दो घंटे श्रमदान अभियान चलाया गया। इस साप्ताहिक अभियान में युवाओं के साथ 65 आयु पार सभी साथियों ने सामूहिक रूप से श्रमदान किया। अभियान के अंतर्गत ग्रीन बेल्ट में नाली में जमा मिट्टी निकालकर नाली में वर्षा जल निकासी की समुचित व्यवस्था की गई। पौधों को आंधी तूफान से बचाने के लिए तने के आसपास मिट्टी बिछाकर उनकी सुरक्षा की गई। सामूहिक श्रमदान में संस्था संरक्षक नवीन अग्रवाल, संस्था अध्यक्ष एवं सीनियर सिटीजन पेंशनर जगदीश शर्मा संस्था के ही सीनियर सिटीजन पेंशनर किशोर बागड़ी, पेंशनर रमेश मोरे, पेंशनर हरिश उपाध्याय, पेंशनर राजकुमार सिन्हा, डा. राकेश वर्मा, पेंशनर दुलीचंद कनेरिया, पेंशनर केशव मनोहर सिंह चौहान, बेबी नेहा वीरवाल ने श्रमदान अभियान में सहभागिता निभाई।