इन युवाओं की समिति में हर समाज की युवा पीड़ी शामिल है, ऐसें में इन युवाओं ने मानवता के साथ एकता का भी संदेश दिया है समिति के सदस्यों ने एक निवेदन जिला कलेक्टर से किया है कि जब वह जरूरतमंदो को खाना पहुंचानें जातें है तो लॉक डाउन के चलतें प्रशासन के नियमों के अनुसार उन्हें कही ना कही कुछ परेशानिया आती है। जिससें वह जरूरतमंदो को खाना कही कही नहीं पहुंचा पातें है, जिसके चलतें उन्होंने जिला कलेक्टर और एसपी से अनुरोध किया है कि समिति के सदस्यों को पास या अन्य आईकार्ड बनानें का कष्ट करें समिति में मनीष बेरवा, अक्षय शर्मा, अभिषेक प्रेमी, राकेश अहीर, नीरज अहीर, विक्रम अहीर, देवेंद्र अहीर, आदित्य अहीर, सचिन अहीर, गोलू अहीर, भगत अहीर, पियुष अहीर, धमेंद्र जोसफ , अंशुल चांगल, मनीष ग्वाला, देवेंद्र प्रेमी, टीपू शामिल है।
21 दिन के लोग डाउन में भूखा न सोए कोई भी बंदा
जिला कलेक्टर जितेंद्र राजे द्वारा सर्व सामाजिक संगठन हेल्पिंग हैंड की मदद से शहर में रह रहे अलग-अलग स्थानों पर मजदूर परिवार एवं जरूरतमंद लोगों को भोजन मुहैया कराया जा रहा है। हेल्पिंग हैंड के सदस्य द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार संस्था द्वारा प्रतिदिन सुबह एवं शाम जरूरतमंद लोगों के लिए दो हजार भोजन के पैकेट का वितरण किया जा रहा है। यह भोजन वीर पार्क रोड स्थित माहेश्वरी भवन पर तैयार हो रहा है। जहां सभी समाज एवं व्यापारी वर्ग के लगभग 60 व्यक्ति प्रतिदिन अपनी सेवाएं दे रहे हैं। कोराना को देखते हुए पूरे क्षेत्र को सैनेटराइज किया गया है कहीं भी अनावश्यक भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जा रही है 1 फ ीट की दूरी पर सभी सदस्यों को बैठकर कार्य करने के आदेश दिए गए हैं। यही नहीं वितरण सदस्यों द्वारा भी पूर्णतया सुरक्षा के साथ ही पैकेट का वितरण किया जा रहा है संस्था का यह उद्देश्य है कि लोक डाउन के दौरान कोई भी व्यक्ति भूखा ना सोए एवं हर जरूरतमंद तक भोजन पहुंच जाएं जरूरतमंदों के लिए तो संस्था देव रूप लेकर आई है। यही नहीं संस्था के सहयोग के लिए जिला प्रशासन द्वारा शिक्षकों को भी संस्था के सहयोग के लिए ड्यूटी बांटी गई थी। परंतु शिक्षकों द्वारा संस्था के साथ ड्यूटी देने का विरोध किया गया और जिला शिक्षा अधिकारी स चर्चा करो वह लोग अपने घर लौट गए शिक्षकों का कहना था कि लोक डाउन के दौरान प्रात: 7 से 12 बजे तक 7 सदस्य 12 टीमें शिक्षकों की कलेक्टर के आदेश से लगाई गई है और उसके पश्चात भोजन वितरण कार्य संभव नहीं है