सुप्रीम कोर्ट के निर्देश को केंद्र सरकार द्वारा अध्यादेश के माध्यम से बदलने पर इसकी देशभर में व्यापक प्रतिक्रिया हो रही है। गुरुवार को काले कानून को लेकर भारत बंद का आह्वान किया गया। नीमच जिले में भी सपाक्स के बैनर तले बंद रखा गया। यहां तक कि दिहाड़ी मजदूरी करने पेट पालने वाले क्या चायवाला हो या गुमटी संचालक केंद्र सरकार द्वारा एससी एसटी एक्ट में किए बदलाव के विरोध में खड़ा दिखाई दिया। बंद पूरी तरह से शांतिपूर्ण रहा। कहीं से कोई अप्रिय स्थिति निर्मित होने की सूचना नहीं मिली। यहां तक के गुरुवार को न लोगों ने सड़कों पर उतर कर बंद के समर्थन में रैली निकाली और न ही किसी से संस्थान बंद रखने का अनुरोध किया। बुधवार को ही व्यक्तिगत रूप से किए गए सम्पर्क का असर दिखाई दिया।
भारत बंद के समर्थन में नीमच जिले में भी बंद रखा गया। स्थिति यह बन गई कि लोग सुबह सुबह चाय नाश्ते तक को तरस गए। एक भी गुमटी या चाय नाश्ते की दुकान नहीं खुली। सपाक्स की ओर से पूर्व में ही चेतावनी दे दी गई थी कि जो भी व्यक्ति अपनी बंद के दौरान अपनी दुकान खोलेगा उसके यहां एक किलो आटा पहुंचा दिया जाएगा। साथ ही उसकी दुकान का सार्वजनिक रूप से बहिष्कार कर दिया जाएगा। इसका भी असर गुरुवार को बंद के दौरान दिखाई दिया। बंद के चलते जिला प्रशासन ने जिले में प्रतिबंधात्मक आदेश जारी करते हुए धारा 144 लागू कर दी थी। पुलिस प्रशासन भी बंद के चलते पूरी तरह मुस्तैद दिखाई दिया। चप्पे चप्पे पर माकूल पुलिस बल तैनात रहा। पेट्रोल पम्प संचालकों ने भी बंद का समर्थन किया। इसके चलते सुबह 6 से शाम 4 बजे तक सभी पेट्रोल पम्प बंद रखे गए।