बिना पिन के निकाली राशि
शासकीय कर्मचारी संदीप शर्मा किराना सामान लेने गए थे। सामान लेने के बाद उन्होंने डेबिड कार्ड दिया। काउंटर पर मौजूद व्यक्ति ने बिना पिन पूछे ही 1,340 रुपए निकालकर कार्ड लौटा दिया। जब उससे पूछा कि बिना पिन के कैसे रुपए निकाले तो उसने बताया कि इस नए कार्ड में अब पिन की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है। नए कार्ड में ‘कॉन्टैक्टलेस पेमेंट फीचर’ (वाईफाई) है। हमारे पास जो स्वाइप मशीन है इसकी मदद से यह संभव है। बिना पिन के भी मात्र 4 सेटीमीटर की दूर से राशि निकाली जा सकती है। खाते में से बिना पिन के राशि निकलने पर संदीप परेशान हो गए। उनका कहना था कि नए कॉन्टैक्टलेस डेबिट और के्रडिट काडर््स ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इन काडर््स की मदद से मॉल या दूकान पर 2000 रुपए तक की खरीदी पर किसी प्रकार के पिन कोड की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है। स्वाइप मशीन से मात्र कार्ड टच करने से ही राशि निकल जाती है। 2000 से अधिक राशि पर अवश्य पिन की आवश्यकता पड़ती है।
शासकीय कर्मचारी संदीप शर्मा किराना सामान लेने गए थे। सामान लेने के बाद उन्होंने डेबिड कार्ड दिया। काउंटर पर मौजूद व्यक्ति ने बिना पिन पूछे ही 1,340 रुपए निकालकर कार्ड लौटा दिया। जब उससे पूछा कि बिना पिन के कैसे रुपए निकाले तो उसने बताया कि इस नए कार्ड में अब पिन की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है। नए कार्ड में ‘कॉन्टैक्टलेस पेमेंट फीचर’ (वाईफाई) है। हमारे पास जो स्वाइप मशीन है इसकी मदद से यह संभव है। बिना पिन के भी मात्र 4 सेटीमीटर की दूर से राशि निकाली जा सकती है। खाते में से बिना पिन के राशि निकलने पर संदीप परेशान हो गए। उनका कहना था कि नए कॉन्टैक्टलेस डेबिट और के्रडिट काडर््स ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। इन काडर््स की मदद से मॉल या दूकान पर 2000 रुपए तक की खरीदी पर किसी प्रकार के पिन कोड की आवश्यकता ही नहीं पड़ती है। स्वाइप मशीन से मात्र कार्ड टच करने से ही राशि निकल जाती है। 2000 से अधिक राशि पर अवश्य पिन की आवश्यकता पड़ती है।
एसएमएस देखने पर ही चलेगा पता
नए एटीएम को लेकर मजे की बात यह है कि खाते में से 2000 रुपए निकलने की जानकारी आपको तब लगेगी जब आपके पास एसएमएस आएगा। यदि आपका एटीएम कहीं रखा रह जाए या गुम हो जाए तो खाते में से 2000 रुपए निकलने की आशका और बढ़ जाएगी। जिस व्यक्ति को आपका कार्ड मिले वो आपके खाते में से 2000 रुपए तक की खरीदी कर ले। जब तक आप एसएमएस देखेंगे काफी देर हो चुकी हो। एसएमएम देखने में यदि आपने अधिक समय लगाया तो यह भी हो सकता है कि और अधिक राशि आपके खाते में से निकल जाए। एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस और आईडीबीआई आदि बैंकों ने इस तरह के नए कार्ड अपने ग्राहकों को उपलब्ध कराए हैं। बैंकें यह तर्क दे रही हैं कि इन कार्ड से तेजी से भुगतान होता है। इन कार्डों के क्लोनिंग का खतरा नहीं है।
नए एटीएम को लेकर मजे की बात यह है कि खाते में से 2000 रुपए निकलने की जानकारी आपको तब लगेगी जब आपके पास एसएमएस आएगा। यदि आपका एटीएम कहीं रखा रह जाए या गुम हो जाए तो खाते में से 2000 रुपए निकलने की आशका और बढ़ जाएगी। जिस व्यक्ति को आपका कार्ड मिले वो आपके खाते में से 2000 रुपए तक की खरीदी कर ले। जब तक आप एसएमएस देखेंगे काफी देर हो चुकी हो। एसएमएम देखने में यदि आपने अधिक समय लगाया तो यह भी हो सकता है कि और अधिक राशि आपके खाते में से निकल जाए। एसबीआई, एचडीएफसी, आईसीआईसीआई, एक्सिस और आईडीबीआई आदि बैंकों ने इस तरह के नए कार्ड अपने ग्राहकों को उपलब्ध कराए हैं। बैंकें यह तर्क दे रही हैं कि इन कार्ड से तेजी से भुगतान होता है। इन कार्डों के क्लोनिंग का खतरा नहीं है।
एक्सपर्ट का मानना है खतरा तो है
बिना पिन के एक बार में 2000 रुपए तक की खरीदी की जा सकती है। असावधानी बरतने पर यह राशि आपके कार्ड की प्रतिदिन दिन की लिमिट के बराबर भी हो सकती है। लेकिन यह तभी संभव है जब आपका कार्ड स्वाइप मशीन पर 4 सेंटीमीटर की दूरी से उपयोग किया जाए। डेबिड कार्ड गुम होने पर इसकी आशंक बढ़ेगी। अनहोनी से बचने के लिए बैंक से ‘कॉन्टैक्टलेस पेमेंट फीचर’ (वाईफाई) सुविधा बंद भी कराई जा सकती है। ऐसा करने पर बिना पिन कोड के राशि निकालना संभव नहीं होगा। ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो आप अपने कार्ड को सुरक्षित रखें।
– वरूणसिंह, आईटी एक्सपर्ट इंदौर
बिना पिन के एक बार में 2000 रुपए तक की खरीदी की जा सकती है। असावधानी बरतने पर यह राशि आपके कार्ड की प्रतिदिन दिन की लिमिट के बराबर भी हो सकती है। लेकिन यह तभी संभव है जब आपका कार्ड स्वाइप मशीन पर 4 सेंटीमीटर की दूरी से उपयोग किया जाए। डेबिड कार्ड गुम होने पर इसकी आशंक बढ़ेगी। अनहोनी से बचने के लिए बैंक से ‘कॉन्टैक्टलेस पेमेंट फीचर’ (वाईफाई) सुविधा बंद भी कराई जा सकती है। ऐसा करने पर बिना पिन कोड के राशि निकालना संभव नहीं होगा। ऐसा नहीं करना चाहते हैं तो आप अपने कार्ड को सुरक्षित रखें।
– वरूणसिंह, आईटी एक्सपर्ट इंदौर