सीएसपी राकेश मोहन शुक्ल ने बताया कि वर्ष 2016-17 में हुड़कों कॉलोनी निवासी समीक्षा पिता रमेशचंद्र बंसल 23 वर्ष ने धोखाधड़ी की एसपी मनोज कुमार रॉय को शिकायत दी थी। जिसके बाद एसपी ने केन्ट पुलिस को एक शिकायती आवेदन जांच के लिए दिया था। आवेदन में समीक्षा ने उल्लेख किया था कि वर्ष 2016 में उसके साथ उसकी बचपन की दोस्त आसमां पिता इदरीस खान तथा आसमा के दोस्त पारस पिता ओमप्रकाश उर्फ अशोक अरोरा ने इंदौर के मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर धोखाड़ी की हैं। आरोपियों ने समीक्षा से मेडिकल कॉलेज में एडमिशन दिलाने के नाम पर 8 लाख की ठगी की। फ रियादी समीक्षा ने अपनी बचपन की दोस्त आसमां पर भरोसा करके 08 लाख रूपए तथा संबंधित दस्तावेज दिए। लेकिन कुछ दिन गुजर के बाद फ रियादी को मेडिकल कॉलेज की ओर से कोई रिस्पांस नहीं आया। तब समीक्षा को लगा कि उसके साथ ठगी हो चुकी हैं। समीक्षा ने वर्ष 2016 में अपने साथ हुई ठगी की गाथा का एक शिकायती आवेदन बनाकर केंट पुलिस सौंपा। केंट पुलिस ने 03 वर्ष बाद शिकायती आवेदन पर संज्ञान लेते हुए विगत 11 जुलाई 2020 को एफ आईआर दर्ज की तथा आरोपियों की तलाश में जुट गई। पुलिस ने आरोपी पारस तथा आसमंा को गिरफ्तार कर लिया। ऐसे में केंट पुलिस तीन साल बाद निष्कर्ष पर पहुंची। 12 अक्टूबर को दोनों आरोपियों को नीमच न्यायालय में पेश किया। जहां से आरोपी आसमा को जेल भेज दिया तथा पारस को दो दिन के लिए पुलिस रिमांड पर पुलिस के सुपुर्द कर दिया। धोखाधड़ी के आरोपियों को पकडऩे में केंट थाना प्रभारी अजय सारवान तथा उपनिरीक्षक सुमित मिश्रा व आरक्षक लक्की शुक्ला की अहम भूमिका रही।