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नीमच

वोट लेते ही भूल गए जनप्रतिनिधि बस्ती का रास्ता

-न नालियों की सफाई, न सड़क की सुविधा-रहवासियों ने घेरा स्वच्छता दूतों को, बताई समस्या

नीमचJan 27, 2018 / 01:58 pm

harinath dwivedi

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घर के आगे स्थित नालियों में पसरी गदंगी दिखाते रहवासी।

नीमच. साहब, जहां पूरे शहर को साफ सुंदर बनाने के लिए दिन रात एक किए जा रहे हैं। वहीं हमारी बस्ती की सुध लेने वाला कोई नहीं है। यहां सड़कों का अभाव होने के कारण तो परेशानी होती ही है। लेकिन आश्चर्य की बात है घर के आगे व पीछे की नालियां कचरे ओर लोगों के घरों से निकले गंदे पानी से भर जाने के बावजूद भी सफाई नहीं हो रही है। हमें यहां एक दो नहीं बल्कि २५ से ३० साल रहते रहते हो गए। नेता बस मतदान के समय बस्ती को चमन करने का आश्वासन देते हैं। लेकिन जीतने के बाद बस्ती का रास्ता तक भूल जाते हैं।
यह बात गुरुवार को वार्ड क्रमांक ३५ बंगला नंबर ६० स्थित कच्ची बस्ती के रहवासियों ने स्वच्छता दूतों से कही। वे स्वच्छता रथ के साथ वार्ड वासियों को स्वच्छता सर्वेक्षण २०१८ में शहर को नंबर वन बनाने के लिए जागरूक करने के लिए पहुंचे थे। लेकिन सालों से मुलभुत सुविधाओं के अभाव में परेशानी झेल रहे रहवासियों ने उन्हें घेर लिया। क्योंकि सालों बाद कोई बस्ती में साफ सफाई की बात करने आया था। ऐसे में रहवासियों ने स्वच्छता दूतों को अपने घरों की आगे व पीछे की नालियां व सड़कों के हालात दिखाए।
रहवासियों ने बताया कि यहां करीब २५० से ३०० घर है। जिसमें करीब २५०० से ३००० लोग निवास करते हैं। उन्होंने बताया कि जैसे तैसे कर के नल के लिए पाईप लाईन भी डलवा ली, लेकिन सड़क और नालियों के अभाव में बस्ती के रहवासियों को नरकीय जीवन जीना पड़ रहा है। अन्य दिनों की अपेक्षा बारिश में इस बस्ती के रहवासी पूर्ण रूप से नरकीय जीवन जीते हैं। लेकिन आज तक कोई सुध लेने नहीं आया।
स्वच्छता रथ के साथ स्वच्छता एंबेसडर गुरुवार को शहर के वार्ड क्रमांक 31 से लेकर 35 तक पहुंचे। स्वच्छता एंबेसडर जगदीश शर्मा ने बताया कि सभी एंबेसडर राजस्व कॉलोनी, नारकोटिक्स कालोनी , नगरपालिका कॉलोनी , ऑफिसर कॉलोनी , बंगला नंबर 60 , सरकारी आवास , झोपडिय़ा , स्टेशन रोड, कृषि उपज मंडी एरिया, रेल्वे फाटक , कृष्णा नगर, सिद्धि विनायक कॉलोनी, बंगला नंबर 59, बंगला नंबर 60 , अतिक्रमण कालोनी आदि क्षेत्र में पहुंचे। जहां रहवासियों को अपने घरों के आसपास स्वच्छता बनाए रखने, गीला व सूखा कचरा अलग अगल डस्टबीन में कूड़ा गाड़ी में डालने, पॉलिथीन का उपयोग नहीं करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने बताया कि जैसे ही वार्ड क्रमांक ३५ स्थित कच्ची बस्ती में पहुंचे तो रहवासियों ने बस्ती में फैली समस्याएं बताते हुए बताया कि यहां किसी जनप्रतिनिधि द्वारा ध्यान नहीं दिया जाता है। इस कारण सालों से नरकीय जीवन जी रहे हैं।
रहवासियों ने सौंपा ज्ञापन
कच्ची बस्ती के रहवासियों ने पहले तो एंबेसडरों को घेर कर पूरी बस्ती में फैली अव्यवस्था दिखाई, फिर लिखित में ज्ञापन तैयार कर एंबेसडरों को सौंपकर शीघ्र ही बस्ती में मुलभुत सुविधाएं उपलब्ध करवाने की मांग की गई। इस अवसर पर शम्भुसिंह ठाकुर, जमनालाल चौहान, अशोक बाथम, भवरसिंह ठाकुर, प्रहलाद राव, ललिता चौहान , रिहाना, मुमताज और जेबा आदि उपस्थित थे। वहीं स्वच्छता रथ के साथ स्वच्छ नीमच स्वस्थ नीमच , संकल्प पर्यावरण मित्र संस्था एवं शहर के स्वच्छता राजदूत मो.नजीर, आरके सिन्हा , हरिश उपाध्याय , किशोर बागडी, डॉ. महेश शर्मा , रमेश मौरे, श्याम सुन्दर पंडित, रमेश प्रधान, जगदीश शर्मा, मो. इकरार आदि ने नगरपालिका के इस स्वच्छता अभियान में सहभागिता निभाई ।
बस्ती में सड़क नहीं होने के कारण तो दिक्कत होती ही है साथ ही घरों के सामने स्थित नालियों की सफाई नहीं होने के कारण मच्छरों व बदबू की भरमार होने के कारण बीमारियों का भय बना रहता है। इस बारे में कई बार लिखित में आवेदन दिए। लेकिन आज तक किसी ने सुध नहीं ली।
-फतेह मोहम्मद कुरैशी, रहवासी, कच्ची बस्ती
मैं इस बस्ती के विकास के लिए प्रयासरत हूं। मैंने बस्ती वासियों को पट्टे वितरित करने के लिए भी आवेदन दिया है। वैसे बस्ती में सीवरेज लाईन का कार्य चल रहा है। साथ ही सप्ताह आठ दिन में सफाई भी होती है।
-आशा राकेश गर्ग, पार्षद, वार्ड क्रमांक ३५

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