नीमच-मंदसौर के बड़े सराफा व्यापारी अनिल जैन पर उनके निवास पर ही फायर कर हत्या के मामले में मालवा क्षेत्र में दहशत पैदा कर दी है। अनिल सोनी पर चार फायर सीने पर हुए थे। जिसके बाद अस्पताल में उन्होंने गुरुवार रात को दम तोड़ दिया था। यहां पर मंदसौर पुलिस भी फेल रही है। चुनाव के दौरान काफी सख्ती और चेकिंग के बाद बदमाशों की धरपकड़ के बावजूद इतनी वड़ी वारदात शहर में घटित हो गई। पुलिस मामले में एक भी बदमाश को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। मृतक अनिल सोनी के परिवार का कहना है कि मंदसौर में 1 साल पहले जब अनिल सोनी को लगातार हत्या की धमकियां ओर उन्हें मारने के प्रयास किये जा रहे थे तब तत्कालीन ग्रहमंत्री ने उन्हें सुरक्षा प्रदान करने के निर्देश दिए थे, लेकिन पिछली विधानसभा चुनाव में उनकी सुरक्षा हटा ली गई थी। सोनी कई बार खुद की हत्या का अंदेशा जता चुके है और लिखित में कई बार आरोपियों के नाम पुलिस को सौंप चुके है। उसके बाद भी पुलिस की लापरवाह कार्यशैली के चलते बदमाश अपने मंसूबे में कामयाब हो गए।
नीमच में भी अनिल के भाई सुनील पर हुआ था फायर
सराफा व्यापारी अनिल सोनी के भाई सुनील सोनी के फ ोन पर एक कॉल कर 1 करोड़ रुपये की फिरौती वर्ष २०१६ में मांगी गई थी। फि रौती की रकम नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी । इसी दरमियान दिनांक 01 दिसंबर 2016 को शाम 7.15 पे कालाखेत स्थित दुकान पर धमकाने व दहशत फैलाने के हिसाब से मोटरसायकल पर दो नकाब पोश बदमाश आते है और ताबड़तोड़ 4 फ ायर करके फरार हो जाते हे तब सूचना पर पुलिस पहुचती हे और जांच पड़ताल शुरू करती है । पुलिस की विवेचना में यह सामने आता है कि राजस्थान के प्रतापगढ़ जेल में बंद अंसार पिता बुन्दू खां निवासी जयपुरा मन्दसौर ने जेल से ठेके पर कचरा उठाने वाले धर्मेंद्र हरिजन के माध्यम से आजम पिता कय्यूम खान लाल निवासी अखेपुर थाना प्रतापगढ़ राजस्थान से संपर्क कर षडय़ंत्र रचा और ज्वेलरी शॉप संचालक अनिल सोनी और सुनील सोनी को डराने धमकाने की नीयत से शातिर शूटर प्रतापगढ़ निवासी वासिम पिता यूसुफ़ मंसूरी व जितेश उफऱ् जीतू को शाहरुख़ निवासी मुलतानपुरा मन्दसौर के माध्यम से सुपारी दी थी। अंसार ने आजम और धर्मेंद्र के माध्यम से शाहरुख़ को मोबाइल व सिम कार्ड उपलब्ध करवाया और शाहरुख द्वारा ज्वेलरी शॉप संचालक सुनील सोनी को एक करोड़ रुपये की मांग कर धमकी दी थी । व्यापारी द्वारा धमकी पर ध्यान ना देने पर मन्दसौर मुल्तानपूरा निवासी शाहरुख द्वारा शूटर वासिम मंसूरी निवासी प्रतापगढ़ तथा जितेश उफऱ् जीतू सोनी निवासी रानीगांव तहसील पपलोदा जिला रतलाम हाल मुकाम तलाई मोहल्ला प्रतापगढ़ राजण्को एक पिस्टल 6 कारतूस तथा एक मोटरसायकल उपलब्ध करवाई गई और शूटरों को ज्वेलरी शॉप की रेकी करवाई उसके बाद दिनांक 01 दिसंबर 2016 को शाम 7.15 पे ज्वेलरी शॉप के बहार से शूटरों ने ताबड़तोड़ 4 फ ायर कर फरार हो गए थे। फ ायर के दौरान दुकान पर काम करने वाले आयुष सोनी को चोट आई । पुलिस द्वारा वसिम मंसूरी जितेश उफऱ् जीतू सोनी धर्मेंद्र हरिजन को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में मुख्य आरोपी तथा आदतन अपराधी अंसार जो की प्रतापगढ़ जेल में बंद हे तथा आजम लाला और शाहरुख लाला, सद्दाम, फयाज, गोपाल सन्यासी, समद पठान, कय्युम लाला, इसरार फकीर, भोला तिवारी, प्रकाश मूणत के खिलाफ धारा 307, 386, 34 भादवी एवं 25/27 आम्र्स एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज किया था।
जमीन विवाद और मादक पदार्थ तस्करी मुख्य धंधा
नीमच-मंदसौर के समीपवर्ती जिलों में खासकर राजस्थान के प्रतापगढ़, निबाहेड़ा के अलावा आखेपुर, जावरा, आलोट, नाहरगढ़, पिपल्यामंडी में लाला गिरोह सक्रिय है। खासकर यह विवादित जमीन और प्रोपर्टी की खरीद-फरोख्त कर पार्टी को धमकाकर उस पर कब्जा करते है। चंकि यह मादक पदार्थ तस्करी से जुड़े है, अपना कालाधन भी प्रोपर्टी खरीदने में खपाते है और अपना दबदबा कायम करते है। नीमच-मंदसौर में अच्छा वातावरण है, इसीलिए यह क्षेत्र चुनकर यहां पर विवादित जमीन खरीदते और बिकवाते हैं। इसी के साथ अन्य प्रकार के अपराध में भी लिप्त होते जाते है और दहशत पैदा करते है। आमजन को भी इनसे न तो डरना चाहिए और न इनका सपोर्ट करना चाहिए। अपराध व धमकाने पर पुलिस को तुरंत खबर देनी चाहिए। जिससे समय रहते ही अपराध पर अंकुश रखा जा सके।
– राकेश कुमार सगर, एसपी नीमच।