धनेरिया कला गांव निवासी लक्ष्मीनारायण पिता हीरालाल अहीर ने बताया कि उसका खेत लेवड़ा रोड पर रेलवे फाटक से पहले है। खेत में बाड़ाबंदी कर रखी है और करीब १० आरी में अफीम की खेती कर रखी है। वह सुबह सात बजे खेत पर सिचाई के लिए आया तो बाड़े के तार टूटे मिले। जिसके बाद अफीम की खेती के पास जाकर देखा तो उसके होश उड़ गए। अफीम की खड़ी फसल के डोड़े कटे हुए थे। उसने पूरे खेत में नजर फिराई तो करीब चार आरी के डोड़े बदमाश काटकर ले गए। उसे खेती में आधी फसल चोरी में लूट गई। जिसके बाद उसने आसपड़ौस में पूछताछ की तो रेलवे फाटक पर तैनात दिलीप मीना गार्ड ने बताया कि रात करीब दो बजे एक बोलेरो और दो बाइक ने दो-तीन बार चक्कर काटे थे। उनको संदेह है कि वह तस्कर चोर ही होंगे। सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घटनास्थल की जांच की है। वहीं गेटमेन के बयान भी दर्ज किए है। फिलहाल खेती और गांव का रोड होने से वहां पर किसी प्रकार के सीसीटीवी फुटैज भी नहीं मिले है। अब किसान को दोहरी मार की चिंता सता रही है कि वह अब नारकोटिक्स को ५६ किलो अफीम कहां से देगा और अगर नहीं देता है तो उसका पट्टा निरस्त हो जाएगा। क्योकि नारकोटिक्स चोरी को भी नहीं मानती है। काश्तकार को करीब दो लाख का नुकसान हुआ है। काश्तकार का कहना था कि फसल पकी हुई थी, रविवार को चीरा लगाना था।
एक-एक खेत की रखवाली करना मुश्किल
काश्तकार अफीम की फसल को बच्चे की तरह पालते है। अगर रात को ध्यान नहीं रखे और गांव से बदमाश चोरी कर ले गए। पुलिस एक-एक खेत का कैसे ध्यान रख सकती है। फिलहाल काश्तकार की चोरी में एफआईआर दर्ज कर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है। लेकिन अभी कोई क्लू नहीं मिला है। सिर्फ गेटमेन का कहना है कि सफेद बोलेरो और दो बाइक रात दो बजे यहां से निकलती हुई देखी गई है। जिसका नंबर तक नहीं है। इस घटना के बाद गांव की सुरक्षा समिति और अफीम काश्तकारों की बैठक ली है। वहीं गांव में फसल रखवाली के लिए चौकीदार नियुक्त करने व्यवस्था पर चर्चा की है।
– ओपी तंतवार, थाना प्रभारी बघाना थाना नीमच।